गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को पश्चिम बंगाल में उद्योग जगत को अपनी राज्य की सफलता गाथा सुनाएंगे लेकिन इस मौके पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मौजूद नहीं रहेंगी क्योंकि ममता बनर्जी ठीक इसी दिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से दिल्ली में कर्ज के बोझ से दबे अपने राज्य के लिए वित्तीय सहायता की मांग करेंगी.
सिंगुर असफलता के बाद बंगाल में निवेश के गिरते स्तर की चिंताओं के बीच नरेंद्र मोदी और बंगाल के व्यवसायियों के बीच विचारों का आदान-प्रदान हो रहा है. सिंगुर की असफलता से गुजरात ने लाभ उठाया था.
PM से 'न्याय' मांगेंगी ममता
पश्चिम बंगाल को देश में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला राज्य होने का दावा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलकर ‘न्याय’ मांगेंगी.
दिल्ली रवाना होने से पूर्व मीडिया के साथ एक बातचीत में ममता ने कहा कि हम भीख नहीं मांग रहे हैं, हम कोई विशेष पैकेज की मांग नहीं कर रहे, हम अपना जायज हिस्सा मांग रहे हैं. जहां तक प्रदर्शन की बात है तो पश्चिम बंगाल देश में इस समय शीर्ष पर है.
आखिर क्यों है बंगाल उपेक्षित?
उन्होंने कहा कि मैं न्याय मांगने दिल्ली जा रही हूं. हम एक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर प्रधानमंत्री जी मिलने नहीं जा रहे हैं. मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री हैं, हम यह जानना चाहते हैं कि बंगाल उपेक्षित क्यों है. हम केन्द्र द्वारा आर्थिक नाकेबंदी का भी विरोध करेंगे.