रेल मंत्री ममता बनर्जी कैबिनेट की उस बैठक में शामिल नहीं हुई जिसमें झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने को मंजूरी दी गई, हालांकि वह राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद थीं.
सरकारी सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक सुबह जब हुई उस समय बनर्जी दिल्ली में मौजूद थीं लेकिन वह बैठक में नहीं आईं.
यह पहला अवसर नहीं है जब वह कैबिनेट की बैठक में नहीं आई हैं. वह पहले भी कई बार ऐसा कर चुकी हैं.
बनर्जी ने ऐसा तब किया जब एक दिन पहले गृह मंत्री पी चिदंबरम ने ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस रेल दुर्घटना में पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा षडयंत्र रचे जाने के रेल मंत्री के आरोप को खारिज करते
हुए कहा था कि इस मामले में शक की सूई माओवादी या उनके सहयोगी संगठनों पर जाती है.
बताया जाता है ममता एक बार कैबिनेट की उस बैठक से लगभग वाकआउट ही कर गई थीं जिसमें भूमि अधिग्रहण विधेयक का प्रस्ताव आया था.