पश्चिम बंगाल में शनिवार को पैसे निकालने के लिए एटीएम के बाहर कतार में खड़े एक 45 साल के शख्स की मौत हो गई. चश्मदीदों के मुताबिक एटीएम के लाइन में खड़े सरकारी कर्मचारी कैलोल रॉय चौधरी को अचानक सीने में दर्द होने लगा और वो वहीं पर गिर पड़े. लेकिन उनकी मदद के लिए लोग लाइन छोड़कर नहीं आए, लोग लाइन में खड़े थे और कैलोल रॉय सामने जमीन पर पड़े रहे.
दरअसल पैसे निकालने के लिए लोग दिसंबर महीने के तीसरे दिन भी संघर्षरत हैं. पुलिस ने कहा कि हुगली जिले के बांदेल रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के एक एटीएम के बाहर कैलोल रॉय चौधरी कतार में खड़े थे, लेकिन अचानक को दिल का दौरा पड़ने से जमीन पर गिर पड़े. हालांकि कुछ देर बाद दक्षिण कोलकाता के बेहाला निवासी चौधरी को ऑटो रिक्शा से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाद में मृतक के परिजनों से संवेदना जताई और नोटबंदी के बाद लोगों की मौतों के लिए परोक्ष तौर पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया. वहीं पुलिस ने कैलोल रॉय के परिवार वालों से इस दुखद घटना की जानकारी दे दी है.
ममता ने ट्वीट किया, 'दुर्भाग्यवश लोगों की मौतों का सिलसिला जारी है. बांदेल स्टेशन के बाहर एसबीआई के एटीएम के सामने आज सुबह कालोल रॉय चौधरी अचानक गिर पड़े और उनकी मौत हो गई.' उन्होंने कहा, 'मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवार के साथ है, क्या मोदी बाबू सुन रहे हैं?'