हुदहुद चक्रवात से पहले ओडिशा में सात महिलाओं और बच्चों की जान बचाने के लिए खुद की जान खतरे में डालने वाले 40 वर्षीय व्यक्ति की रविवार को मौत हो गई. उनकी मौत से केंद्रपाड़ा के ओकिलोपाला और सताभया गांव में शोक की लहर फैल गई है.
सहदेव शामल ने अगर अपनी जान खतरे में डालकर इन महिलाओं और बच्चों को नहीं बचाया होता तो वे घड़ियालों के शिकार हो गए होते.
राजनगर के स्वास्थ्य अधिकारी रश्मि रंजन मोहंती ने बताया, ‘सहदेव शामल की मौत निमोनिया से हुई है. लंबे समय तक ठंड में रहने से उनकी मौत हो गई है. उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की गई लेकिन हम नाकाम रहे.’