मुंबई के विक्रोली इलाके में राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और स्थानिक दुकानदारों के बीच इसलिए जमकर मारपीट और तोड़फोड़ हुई क्योंकि दुकानदारों ने अपनी दुकान का बोर्ड मराठी में नहीं लिखा था, मारपीट में 5 लोग घायल हो गए, पुलिस मामले की जांच कर रही है.
एलिफिस्टन हादसे के बाद अवैध फेरीवालों के खिलाफ चल रहे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का आंदोलन कम होने का नाम नही ले रहा है, कभी रेलवे स्टेशन के बाहर बैठे फेरीवालों के साथ मारपीट तो कभी मछली बेचने वाले उत्तर भारतीय के साथ मारपीट, इस तरह की घटनाएं मानो आम होती जा रही हैं. मराठी में दुकान का साइन बोर्ड नही लिखने के कारण मनसे कार्यकर्ताओं और दुकानदारों के बीच जमकर मारपीट हुई. इस घटना में जहां एक तरफ फेरीवालों की दुकानों को तोड़ा गया वहीं 5 मनसे के कार्यकर्ता भी घायल हो गए. एक दुकानदार को भी चोटें आई हैं. घायल मनसे कार्यकर्ताओं का इलाज फोर्टिज अस्पताल में चल रहा है. घायल दुकानदार को इलाज के लिए सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अपने घायल कार्यकर्ताओं से मिलने मनसे नेता नितिन सरदेसाई और अमित ठाकरे भी फोर्टिज अस्पताल पहुंचे. नितिन सरदेसाई ने आरोप लगाया है कि ये मारपीट की घटना कांग्रेस के इशारे पर की गई है. इन लोगों को मनसे स्टाइल से जवाब दिया जाएगा.
मामले पर दुकानदारों का कहना है कि, रात करीब 8 बजे 20 से 25 मनसे के कार्यकर्ता आए और मराठी में साइन बोर्ड नहीं लिखे होने के चलते मारपीट शुरू हो गई. इस घटना में करीब 5- 6 लोग घायल हो गए, सभी घायलों का अलग-अलग अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
घटना के बाद से पूरे इलाके में भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है, पुलिस इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कर रही है, लेकिन जिस तरह मनसे के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार मारपीट की घटना को अंजाम दिया जा रहा है. उससे आने वाले दिनों में और भी इस तरह के मामले सामने आ सकते हैं, हालांकि पुलिस लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही है.