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मैंगलोर विमान हादसा: 158 के मरने की आशंका

दुबई से 166 लोगों को लेकर यहां मेंगलोर हवाई अड्डे पर उतर रहे एयर इंडिया के विमान के आज प्रात: दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से आठ व्यक्तियों को छोडकर विमान में सवार अन्य सभी व्यक्तियों के मारे जाने की आशंका है.

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दुबई से 166 लोगों को लेकर यहां मेंगलोर हवाई अड्डे पर उतर रहे एयर इंडिया के विमान के शनिवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से आठ व्यक्तियों को छोडकर विमान में सवार अन्य सभी व्यक्तियों के मारे जाने की आशंका है.

एयर इंडिया के कार्मिक निदेशक अनूप श्रीवास्तव ने संवाददाताओं को मुंबई में बताया कि उनके पास उपलब्ध सूचना के अनुसार आठ व्यक्तियों को बचा लिया गया है और उन्हें इलाज के लिये मेंगलोर के स्थानीय अस्पतालों में भर्ती किया गया है.

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि आठ घायलों में से एक व्यक्ति ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया.

अत्याधुनिक बोइंग 737-800 विमान में 160 यात्री और चालक दल के छह सदस्य थे. यात्रियों में चार बच्चे थे. इस विमान को 15 जनवरी 2008 को एयर इंडिया के बेड़े में शामिल किया गया था और साइबेरिया से यहां आकर बस गये कैप्टन ज्लाटको ग्लूसिया (55 वर्ष) इसे चला रहे थे. ग्लूसिया के पास दस हजार घंटे की उड़ान का अनुभव था. पुलिस ने बताया कि बुरी तरह जले हुए 65 शव घटनास्थल से बरामद किये गये हैं. हताहतों में अधिकतर केरल के हैं.{mospagebreak}

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पुलिस के अनुसार सुबह साढे छह बजे हुई इस दुर्घटना में विमान में लगी आग पर करीब छह घंटे में काबू पाया गया और आग को बुझा लिया गया है.

श्रीवास्तव ने बताया कि एयर इंडिया अभी हताहतों के बारे में विस्तृत सूचना एकत्र कर रहा है. मैंगलोर हवाई अड्डे को फिलहाल बंद कर दिया गया है.

कर्नाटक के गृह मंत्री वी एस आचार्य ने कहा कि घायलों में से कुछ की हालत गंभीर है. विमानन अधिकारियों के अनुसार विमान रनवे से फिसल गया और बाड़ से जा टकराया और हवाई अड्डे की चारदीवारी तोड़ता हुआ घाटी में जा गिरा.

मंगलोर से भाजपा सांसद सदानंद गौड़ा ने कहा कि चालक जब विमान को उतारने की कोशिश कर रहा था तब विमान के एक पंख के एक पहाड़ी से टकरा जाने के बाद यह दुर्घटना हुई. अधिकारियों ने बताया कि लगभग दस दिन पूर्व ही विमानों के लिये खोली गयी इस हवाई पट्टी पर जब चालक विमान उतार रहा था तब बादल छाये हुए थे और हल्की फुल्की वर्षा हो रही थी.

उन्होंने बताया कि रनवे से फिसलकर घाटी में गिरते ही विमान टूट गया और उससे धुआं निकलने लगा . प्रारंभिक सूचना के अनुसार विमान में आग लगते ही इसमें विस्फोट हो गया. विमान पूरी तरह जलकर खाक हो गया, केवल उसके पिछले हिस्से का कुछ अंश दिखाई पड़ रहा था.{mospagebreak}

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जीवित बचे यात्रियों में से एक उमर फारूक ने कहा कि विमान डगमगा गया था. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उतरते समय विमान का एक टायर फट गया था.

बचाव कार्य पूरी मुस्‍तैदी से चल रहा है और विमान के ब्लैक बाक्स की तलाश की जा रही है जिससे विमान दुर्घटना के कारणों का पता चल सकेगा.

भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के अध्यक्ष वी पी अग्रवाल ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान जब उतर रहा था तब वहां दृश्यता सात किलोमीटर थी जो विमान उतरने के लिये आवश्यक दृश्यता से कहीं अधिक है .

उन्होंने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय इस घटना की पूर्ण जांच करेगा.

अधिकारियों ने बताया कि इस दुर्घटना में जीवित बचे लोगों के नाम सबरीना, उमर फारूक, रोजा प्रताप डिसूजा, मोहम्मद कुट्टी, कृष्णा और प्रदीप हैं. उन्होंने बताया कि सबरीना के टखने में फ्रैक्चर है जबकि फारूक का मुंह और हाथ झुलस गये हैं.{mospagebreak}

शहर से लगभग तीस किलोमीटर दूर स्थित इस हवाई अड्डे पर हुई इस विमान दुर्घटना का सही कारण अब तक पता नहीं चल पाया है. अग्रवाल ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के चालक ने विमान में किसी तरह की दिक्कत होने का कोई संकेत नहीं दिया था.

उन्होंने नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि विमान जब मंगलोर हवाई अड्डे पर उतर रहा था तब वहां दृश्यता छह किलोमीटर थी जो विमान के उतरते समय आवश्यक दृश्यता से कहीं अधिक है.

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अग्रवाल ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा ‘कोई संरचनागत खामी नहीं पायी गयी थी और अधिकारियों ने हवाई पट्टी शुरू करने से पहले हवाई अड्डे की सभी सुरक्षा जांच कर ली थी. यह हवाई अड्डा वर्ष 2006 से परिचालन में था.’ एयर इंडिया के निदेशक अनूप श्रीवास्तव ने मुंबई में बताया कि विमान उतरते समय रनवे से फिसल गया जिससे यह दुर्घटना हुई.

दमकल और पुलिस अधिकारियों ने सुलगते हुए विमान के मलबे से जले हुए शवों को निकाला है. ये शव इस कदर जले हुए हैं कि इनको पहचान पाना भी कठिन है.

आस पास के गांव वाले भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गये और बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं. एक पठार पर स्थित यह हवाई अड्डा चारों ओर पहाड़ियों से घिरा हुआ है जिससे दमकलों को दुर्घटनास्थल पर पहुंचने में दिक्कत हो रही है.

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