इंडियन स्पेस रिसर्च ऑरगनाइजेशन (इसरो) ने भारत के पहले मंगल अभियान पर गए मंगलयान ने मंगल की सतह से तस्वीरें भेजनी शुरू कर दी हैं. इसरो ने बुधवार को तीन शानदार 3डी तस्वीरें सार्वजनिक की हैं.
भारत के मंगलयान ने मंगल ग्रह पर मौजूद सौर मंडल की सबसे बड़ी घाटी 'वैलिस मरीनेरिस' की तीन आयामी यानी थ्री डाइमेंशनल तस्वीरें भेजी है. लाल ग्रह यानी मंगल की सतह से 1857 किलो मीटर की ऊंचाई से मंगलयान ने अपने खास रंगीन कैमरे से जिस हिस्से की तस्वीरें खींची है, उसे 'ओपिर चस्मा' कहते हैं.
ओपिर चश्मा मंगल ग्रह पर मौजूद सोलर सिस्टम की सबसे बड़ी घाटी का हिस्सा है. गौरतलब है कि वैलिस मरिनेरिस करीब 5000 किलोमीटर लंबी है. इसमें कई घाटियां हैं और ओपिर चश्मा 62 किलोमीटर चौड़ा है और उंचे चट्टानों से घिरा हुआ है.
मंगलयान को अंतरिक्ष में 5 नवंबर 2013 को भेजा गया था. इसपर 450 करोड़ रुपए की लागत आई है.
मंगलयान को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया था.