गुजरात में एक महिला की जासूसी करवाने का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में ताजा हमला कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने किया है. कांग्रेस नेता और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने नरेंद्र मोदी पर ट्विटर के जरिए हमला बोला है. मनीष तिवारी ने लिखा, 'बीजेपी कह रही है कि पिता के कहने पर लड़की की जासूसी करवाई गई. अगर ऐसा था तो उसे पीएसओ क्यों नहीं दिया गया.' इस दौरान उन्होंने मोदी को 'साहेबजादा' के रूप में संबोधित किया.
मनीष तिवारी ने मोदी से पूछा, लड़की को क्यों नहीं दी गई निजी पुलिस सुरक्षा. साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि नरेंद्र मोदी ने और कितनों की जासूसी कराई है. मनीष तिवारी ने कहा पिता की मांग पर लड़की को सुरक्षा देने का दावा कर रही है बीजेपी लेकिन क्या खतरे का आकलन किया गया था?
इधर जेडीयू ने भी मोदी से इस्तीफे की मांग की है. जेडीयू नेता अली अनवर ने कहा कि आरोपों की जांच होनी चाहिए.
दो वेबसाइट कोबरापोस्ट और गुलेल ने 15 नवंबर को यह दावा किया था कि मोदी के सहयोगी अमित शाह ने 'साहेब' के कहने पर एक महिला की जासूसी करने का हुक्म जारी किया. वेबसाइट ने अपने दावों के साक्ष्य के रूप में अमित शाह और आईपीएस अधिकारी के बीच बातचीत का टेप भी जारी किया. हालांकि उन्होंने यह भी लिखा कि इसकी प्रमाणिकता पुख्ता नहीं की जा सकी है. कांग्रेस ने यह दावा किया है कि यह 'साहेब' और कोई नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी ही हैं.
उधर कांग्रेस की महिला नेताओं ने रविवार को एक सुर में कहा कि मोदी तो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लायक भी नहीं हैं और अगर कोबरापोस्ट की बात सत्य है कि 2009 में गुजरात में एक महिला आर्किटेक्ट की जासूसी करवाई गई तो इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से कराने का आदेश दिया जाना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास और जयंती नटराजन, पूर्व यूपी कांग्रेस प्रमुख रीता बहुगुणा और महिला कांग्रेस प्रमुख शोभा ओज ने कहा, 'एक वयस्क महिला की जासूसी से देश में महिलाओं की गरिमा खतरे में है.' इन महिलाओं ने आश्चर्य जताया कि इस महिला की जासूसी रोजाना करवाई गई और इतना ही नहीं इसके लिए गुजरात पुलिस के पूरे आतंकी निरोधक दस्ते को लगाया गया.