भाजपा नेता नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने रविवार को कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2002 में गुजरात में हुए दंगों के बाद राज्य के मुख्यमंत्री को राजधर्म की याद दिलायी थी.
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यरिणी की बैठक में मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए तिवारी ने यहां कहा कि प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में देश ने पहली बार 1974 में परमाणु परीक्षण किया था.
तिवारी ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा कि क्या यह सच नहीं है कि वाजपेयी जी ने 2002 में एक मुख्यमंत्री को राजधर्म की याद दिलायी थी. उन्होंने सवाल किया कि 2004 में अपनी हार होने पर वाजपेयी ने क्या वजह बतायी थी? वर्ष 2004 के चुनावों में राजग की पराजय के बाद वाजपेयी ने चुनावी हार के लिए गुजरात दंगों को भी एक वजह बताया था.
तिवारी ने ट्वीट किया कि इंदिरा गांधी ने 1974 में शांतिपूर्ण परमाणु परीक्षण किया, बाद की विभिन्न कांग्रेस सरकारों ने सामरिक कार्यक्रमों को मजबूती प्रदान की और मनमोहन सिंह ने परमाणु मामले में देश के अलग थलग पड़ जाने की स्थिति को समाप्त किया.
मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि वाजपेयी ने दिखाया था कि एक अकेला नेता क्या कर सकते हैं. उन्होंने कहा था कि वाजपेयी के नेतृत्व में भारत ने अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद 11 और 13 मई 1998 को परमाणु परीक्षण किए थे.