कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उरी पर सरकार की प्रतिक्रिया निराशाजनक रही है और सरकार के पास कोई ठोस नीति नहीं है. कांग्रेस का मानना है कि भारत को पाक के बगैर ही सार्क समिट आयोजित करना चाहिए.
मनीष तिवारी ने कहा कि एक तरफ जहां पाक ने कहा कि वो भारत के बगैर 19वें सार्क समिट को आयोजित करेगा वहीँ कांग्रेस का मानना है कि बहिष्कार के बजाये भारत को सार्क समिट पकिस्तान को छोड़कर किसी और देश में आयोजित करना चाहिए.
मनीष ने कहा कि उरी हमले पर सरकार के प्रतिनिधि कह रहे थे कि हम दांत का जवाब जबड़ा लेकर देंगे. ये कहते कहते वो इस पर पहुंच गए कि हम सार्क समिट में हिस्सा नहीं लेंगे.
मनीष तिवारी ने पूछा कि सिंधु जल समझौते पर क्या फैसला लेना चाहती है सरकार? क्योंकि एक दिन में नहीं बनता बांध. ये तो एक लंबा उपाय है तो फिर अभी क्या करेगी सरकार? देखिये ये जो सबसे पसंदीदा मुल्क का दर्जा है पकिस्तान का उसको जल्द से जल्द रद्द करना चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अगर वाकई में पकिस्तान का रवैया बदलना चाहती है सरकार तो भारत को ठोस उपाय सोचने होंगे. दक्षिण एशिया सबसे कम इंटीग्रेटेड है बड़ी बड़ी चुनौती हैं इसलिए सोच समझ कर फैसला लें.
सरकार को लगता है कि पाक आइसोलेटेड है तो में ये सोचता हूँ की सरकार अपने ख्यालों की दुनिया में रह रही है. असलियत तो ये है कि सरकार को जो लकवा पड़ा है उससे रोज़ क्षति पहुंच रही है.