अयोध्या में विवादित भूमि के मालिकाना हक को लेकर आने वाले अदालती फैसले के बाद गड़बड़ी की आशंका को भांपते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देशवासियों से किसी भी तरह का फैसला आने पर शांति एवं भाईचारा कायम रखने की अपील की.
मनमोहन ने अपने निवास पर एक किताब जारी करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि फैसला जो भी आये, प्रत्येक को देश में शांति और भाईचारा कायम रखने का हर प्रयास करना चाहिए.’’ सिंह से पूछा गया था कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा बृहस्पतिवार को राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद के मालिकाना हक के बारे में इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा सुनाये जाने वाले संवेदनशील फैसले के मद्देनजर देशवासियों के लिए उनका क्या संदेश है.
उन्होंने कहा कि एक हफ्ते पहले कैबिनेट द्वारा जारी अपील में उनका संदेश निहित है. अदालती फैसले के बाद चरम प्रतिक्रियाओं से चिंतित कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पारित किया था. इस प्रस्ताव में कहा गया था कि जब तक कि सभी वर्ग संतुष्ट नहीं हो जाते न्यायिक मार्ग खत्म नहीं होगा तथा आगे भी न्यायिक समाधान मौजूद रहेंगे.
प्रस्ताव में कहा गया था, ‘‘लोगों के किसी भी वर्ग द्वारा अन्य वर्ग को भड़काने या भावनाओं को किसी भी तरह से व्यक्त करने के ऐसे प्रयास नहीं होने चाहिए जिससे अन्य लोगों की भावनाएं आहत हो.’’