प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लगातार 7वीं बार लालकिले पर तिरंगा झंडा फहराया. देश आज आजादी की 63वीं सालगिरह मना रहा है.
इसी तारीख को भारत ने ब्रिटेन की हुकूमत से आजादी पाई थी और आसमान में खुलकर अपना तिरंगा लहराया था. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त 1947 को पहली बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया था, झंडे को सलामी दी थी और देश को संबोधित किया था.
साल बदलते रहे, प्रधानमंत्री भी बदलते रहे, लेकिन लाल किले की प्राचीर से झंडा फहराने का उत्सव बरकरार रहा. देश की आन-बान-शान का प्रतीक हमारा लालकिला एक बार फिर सज-धजकर तैयार है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए ये खास मौका है. लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराने का मौका तो विरले को ही मिलता है. अगर मनमोहन सिंह की बात की जाए, तो लाल किले पर मनमोहन सिंह लगातार सातवीं बार तिरंगा फहराने का मौका मिला है. अटल बिहार वाजपेयी के छह बार के रिकॉर्ड की बराबरी उन्होंने पिछले साल ही कर ली थी. लाल किले से सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने का रिकॉर्ड देश के पहले प्रधानमंत्री पं जवाहरलाल नेहरू के नाम है. उन्होंने 17 बार लाल किले पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया. उनकी बेटी और देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को 16 बार लाल किले से तिरंगा फहराने का गौरव मिला है.