पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज बुधवार को चुनावी राज्य मध्य प्रदेश के इंदौर में केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया. केंद्र सरकार पर रोजगार का वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आक्रामक तेवर और उनके भाषण में विपक्षी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी पर प्रधानमंत्री पद की गरिमा के बारे में पूछे जाने पर मनमोहन सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद का ठीक इस्तेमाल नहीं कर रहे. वह जिस तरह से बोलते हैं उनको शोभा नहीं देता. खासकर जब वह कांग्रेस शासित राज्यों में जाते हैं तो वहां खूब बोलते हैं जो ठीक बात नहीं. उन्हें पद की गरिमा रखनी चाहिए.
नोटबंदी लूट का हिस्सा
नोटबंदी पर बोलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, 'मैंने पहले ही संसद में कहा था कि यह संगठित लूट का हिस्सा है.' जबकि जीएसटी पर उन्होंने कहा कि इसे बगैर पूरी तैयारी और खास योजना के साथ लागू किया गया.
10 साल तक केंद्र में यूपीए सरकार का नेतृत्व करने वाले मनमोहन सिंह ने खुद को रिमोट सरकार कहे जाने की बात को खारिज करते हुए कहा कि हमारी सरकार की कोशिश यह थी कि सबको साथ लेकर चला जाए. हम सबको साथ लेकर चले, यही कारण रहा कि सरकार और पार्टी के बीच किसी तरह का कोई अंतर नहीं रहा.
रोजगार का वादा खोखला
मनमोहन सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि 2014 में मोदी ने हर साल देश में 2 करोड़ नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन आज वह वादा पूरा नहीं किया जा सका. श्रम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, हर तिमाही में महज कुछ हजार ही नौकरी मिल सकी है. रोजगार देने का सरकार का वादा खोखला निकला. मध्य प्रदेश के युवाओं को भी रोजगार नहीं मिल रहा.
उन्होंने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी जी ने हर किसी के बैंक खाते में 15-15 लाख देने का वादा किया था, लेकिन इस बारे में क्या हुआ. मोदी सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है. हमने राफेल डील पर जेपीसी की मांग की थी, लेकिन अभी तक इस पर कुछ नहीं हुआ.
व्यापम राज्य में महाघोटाला
उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों की समस्या बहुत ज्यादा है. राज्य सरकार ने किसानों की समस्या पूरा करने में नाकाम रही है. राज्य में व्यापम जैसा महाघोटाला हुआ. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कभी भी किसी भी सरकार के साथ भेदभाव नहीं किया था. हमने मध्य प्रदेश के साथ कभी भेदभाव नहीं किया, शिवराज सिंह चौहान इसके गवाह हैं.
राफेल डील को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि राफेल मामला, दाल में काला ही काला नजर आता है. इसकी निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए. जांच के लिए जेपीसी गठित की जाए.राफेल को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते रहे हैं.