रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पूर्णत: स्वदेशी तकनीक से निर्मित हलके लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस को शनिवार को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरुप राहा को सुपूर्द कर दिया. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित बहुभूमिका वाले इस लड़ाकू विमान के तकनीकी दस्तावेजों को एचएएल के अध्यक्ष आर.के.त्यागी की उपस्थिति में मंत्री ने राहा को सुपूर्द किया.
इस कार्यक्रम को कवर करने की अनुमति मीडिया को नहीं थी. बीते साल 10 नवंबर को मंत्री पद संभालने के बाद पर्रिकर का यहां का पहला आधिकारिक दौरा था.
एलसीए के विकास में 30 सालों का समय लेनेवाले एचएएल तथा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को वायुसेना को समय पर विमान उलब्ध कराने को लेकर समय की चुनौतियों का सामना करने का पर्रिकर ने आह्वान किया और अधिकारियों को अनुसंधान तथा प्रौद्योगिकी पर जोर देने के लिए कहा.
पर्रिकर ने कहा, 'हालांकि रातों रात कुछ भी प्राप्त नहीं किया जा सकता है, लेकिन कार्य संस्कृति को सुधार कर व नवीनतम प्रौद्योगिकी व उपकरणों को अपनाकर हम बेहतर परिणाम दे सकते हैं.'
पर्रिकर ने स्वीकार किया कि तेजस 20 फीसदी स्वदेशी है, और उन्होंने कहा कि आगामी वित्त वर्ष (2015-16) में कंपनी छह विमान उपलब्ध कराएगी.