सेना को लेकर अपने बयान से विरोधियों के निशाने पर आए रक्षा मंत्री ने सफाई देते हुए कहा कि सेना की क्षमता और ईमानदारी पर कोई शक नहीं था. जिस इच्छा और क्षमता की जरूरत थी, वह हमने सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान दिखाई. गोवा मापूसा में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सेना किसी भी तरह की मुश्किलों का सामना करने में सक्षम है. पर्रिकर ने कहा था कि उन्होंने सेना को अपनी ताकत का एहसास कराया.
मनोहर पर्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत देने पर कहा कि मुझे लगता है इसके सबूत देने की जरूरत नहीं है. हमारे सैनिकों की बहादुरी के लिए राजनेताओं के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के लिए मोदी सरकार ने राजनीतिक परिपक्वता और अपनी हिम्मत दिखाई. अगर सर्जिकल स्ट्राइक विफल होती तो विपक्ष हमें नहीं बख्शता.
Indian army is capable to face any adversity, no need of proof of surgical strike I believe: Defence Minister Manohar Parrikar pic.twitter.com/9RuVVx3emn
— ANI (@ANI_news) October 10, 2016
राहुल गांधी के 'जवानों के खून की दलाली' वाले बयान पर पर्रिकर ने कहा कि दलाली 2006 में हुई थी, जब पनडुब्बी की डील हुई. दलाली हेलिकॉप्टर डील में भी ली गई थी.
कांग्रेस ने लगाए आरोप
इससे पहले कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर सेना के अपमान का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने मांग की है कि सेना की शहादत का राजनीतिकरण करने के लिए पीएम मोदी, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह माफी मांगें. बीजेपी अपने चुनावी फायदे के लिए सेना की बहादुरी को भी भुनाने में लगी है.