वायुसेना का लापता विमान एएन-32 को अभी तक तलाशा नहीं जा सका है. तलाशी अभियान लगातार जारी है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि वायुसेना के लापता हुए विमान का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. उन्होंने कहा कि अब तक जो भी संकेत मिले हैं, वे सही नहीं पाए गए. जानें रक्षा मंत्री के 9 बयान...
1. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि पानी में कुछ तैरती हुईं चीजें मिली हैं. पर अभी भी ठोस सबूतों का अकाल है.
2. पर्रिकर ने कहा है कि चार-पांच संकेतों के आधार पर चल रही तलाशी का भी कोई नतीजा नहीं निकल सका है.
3. पर्रिकर ने कहा कि विमान की तलाश में लगी एजेंसियों ने किसी तरह का संपर्क सूत्र या समुद्र के किसी हिस्से से आने वाली ध्वनियों पर अपना ध्यान केंद्रित किया हुआ है.
4. रक्षा मंत्री ने विमान की तकनीकी क्षमता को लेकर आई खबरों का खंडन किया और कहा यह विमान भारतीय वायु सेना के सबसे सुरक्षित विमानों में से है.
5. पर्रिकर ने विमान बचाव कार्य की जानकारी देते हुए पत्रकारों से कहा, "वायु सेना के लापता विमान की तलाश में सारे संसाधन लगा दिए गए हैं, लेकन अब तक सारे प्रयास विफल साबित हुए हैं."
6. उन्होंने बताया कि मॉरिशस से समुद्र की गहराई में जाकर अनुसंधान करने के काम आने वाली अत्याधुनिक पनडुब्बी 'सागर निधि' को इस अभियान के लिए मंगवाया गया है.
7. पर्रिकर ने तटरक्षक बल के अधिकारियों के उस बयान का भी खंडन किया जिसमें कहा गया था कि तटरक्षक बल के डॉर्नियर विमानों में इमरजेंसी लोकेटर ट्रांसमिटर काम नहीं करता.
8. पर्रिकर ने कहा, "मेरे ख्याल से पनडुब्बी ने अंतत: डॉर्नियर विमान को बीप की ध्वनि से लोकेट कर लिया था. शुरुआत में हो सकता है कि गहराई के कारण ध्वनि न आए, लेकिन पनडुब्बी जब पास पहुंचती है तो वह उसे लोकेट कर लेती है."
9. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भी अपने रडार इमेजिंग उपग्रह के जरिए लापता विमान का सुराग तलाशने की कोशिश कर रहा है.