इलाहाबाद में रविवार शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ है. मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में संगम में आस्था की डुबकी लगाकर घर लौट रहे लोग इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर हादसे का शिकार हो गए.
बताया जाता है कि शाम करीब सात बजे इलाहाबाद स्टेशन की प्लेटफॉर्म संख्या छह पर भीड़ के दबाव में फुट ओवर ब्रिज की रेलिंग टूट गई. रेलिंग टूटने से श्रद्धालु नीचे गिरे और भगदड़ मच गई. अब तक की जानकारी के मुताबिक हादसे में 20 लोगों की मौत हुई है. इसकी पुष्टि यूपी सरकार के मेला मंत्री आज़म खान ने की है.
घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल बताए जा रहे हैं.
हादसे की वजह को लेकर भी कई तरह की खबरें आ रही हैं. कुछ चश्मदीदों का कहना है कि पुलिस लाठीचार्ज की वजह से भगदड़ हुई. हालांकि इलाहाबाद के डीआरएम ने लाठीचार्ज से इनकार किया है.
कुंभ मेला सलाहकार राकेश शुक्ला का कहना है कि हादसा भारी भीड़ की वजह से हुआ. प्लेटफॉर्म और फुट ओवर ब्रिज की फर्श पर बड़ी तादाद में श्रद्धालु सोए हुए थे, जिससे लोगों को आने जाने में दिक्कतें हो रही थी लेकिन भीड़ का दबाव जब बढ़ा तो फुट ओवर ब्रिज की रेलिंट टूट गई.
जानकारी आ रही है कि इस फुट ओवर ब्रिज को दो महीने पहले ही तैयार किया गया था. इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने राजस्व बोर्ड के चेयरमैन को हादसे की जांच का आदेश दिया है.
यूपी सरकार ने मारे गए श्रद्धालुओं के आश्रितों को 5 लाख और गंभीर रूप से जख्मी लोगों को एक लाख का मुआवजा देने का एलान किया है.
प्रत्यक्षदर्शियों का हालांकि कहना है कि भीड़ पर पुलिस की तरफ से लाठी चलाई गई जिससे भगदड़ मची और भगदड़ के चलते फुटओवर ब्रिज की रेलिंग टूटी.