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पाकिस्तानी सैनिकों से कम क्रूर नहीं हैं नक्सली

पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ करके सेना के दो जवानों की नृशंस हत्या को लेकर काफी हंगामा मचा. पाक सैनिकों ने न सिर्फ दो भारतीय जवानों की हत्या की बल्कि उनमें से एक का सिर काटकर अपने साथ भी ले गये. लेकिन हमारे देश में बर्बरता की मर्यादा को नक्सली आए दिन लांघते हैं. देश में नक्सलियों के हमलों के तौर-तरीकों पर अगर आप नजर डालेंगे तो हैरान रह जाएंगे.

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पाकिस्तानी सेना द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ करके सेना के दो जवानों की नृशंस हत्या को लेकर काफी हंगामा मचा. पाक सैनिकों ने न सिर्फ दो भारतीय जवानों की हत्या की बल्कि उनमें से एक का सिर काटकर अपने साथ भी ले गये. लेकिन हमारे देश में बर्बरता की मर्यादा को नक्सली आए दिन लांघते हैं. देश में नक्सलियों के हमलों के तौर-तरीकों पर अगर आप नजर डालेंगे तो हैरान रह जाएंगे.

नक्सलवादी सुरक्षाबलों को मारने के लिए किस तरह अपना जाल बिछाते हैं उसका उदाहरण हाल में हुए लातेहार हमले में मिला. झारखंड के लातेहार जिले में अमुआटिकर गांव के कटीला इलाके में नक्सलियों द्वारा घात लगाकर हमला किया गया. इस हमले में सीआरपीएफ के 9 जवानों समेत 10 सुरक्षाकर्मियों और 3 नागरिकों की मौत हो गई. पाक सेना की ही तरह नक्सलियों ने भी मारे गए सुरक्षाकर्मियों के गले काट दिए.

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लेकिन नक्सलियों की बेरहमी और क्रूरता का आलम यहीं खत्म नहीं हुआ. नक्सलियों ने अधिक से अधिक सीआरपीएफ जवानों को मौत के घाट उतारने के लिए सुरक्षाकर्मियों के शवों का इस्तेमाल किया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कुछ सीआरपीएफ के जवान उस वक्त मारे गए जब वह अपने मारे गए साथियों के शवों को लेकर जाने की कोशिश कर रहे थे.

नक्सलियों की इस चाल से सुरक्षा विशेषज्ञ भी अवाक् रह गए हैं. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक नक्सलियों द्वारा किए जाने वाले हमले और उनकी बर्बरता भी पाकिस्तानी सेना से कम नहीं है.

हेडलाइन्स टुडे की टीम ने इस इलाके का दौरा भी किया जहां नक्सलियों ने घात लगाई थी. झारखंड पुलिस के डायरेक्टर जनरल (डीजी) जीएस रथ ने बताया कि 7 जनवरी को हुए नक्सली हमले में कुल 13 की मौत हुई है. इसमें 9 सीआरपीएफ जवान, 1 झारखंड जगुआर जवान और 3 नागरिक हैं.

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