भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा के बाद तेज गिरावट के साथ बंद हुआ. रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बावजूद दोनों बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए.
बीएसई पर 30 शेयरों के इंडेक्स सेंसेक्स 661 अंकों की गिरावट यानी 2.4 फीसदी टूटकर 27,188 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं एनएसई पर 50 शेयरों का प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 197 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ 8,236 के स्तर पर बंद हुआ. निफ्टी पर -2.34 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई.
जानकारों का मानना है कि रेपो रेट में कटौती के बावजूद सरकार का मानसून पर अनुमान घटाने से बाजार पर बिकवाली हावी हो गई. बिकवाली का दौर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर भी हावी रहा. सीएनएक्स मिडकैप इंडेक्स 1.7 फीसदी गिरकर 13,000 के नीचे बंद हुआ तो वहीं बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स भी 1.5 फीसदी की कमजोरी के साथ 11,100 के नजदीक कारोबार करते हुए बंद हुआ.
दिनभर के कारोबार में सबसे ज्यादा पिटाई बैंकिंग, रियल्टी और एफएमसीजी सेक्टर की कंपनियों पर दर्ज हुई. इसके अलावा मेटल, ऑटो और आईटी शेयरों में भी जोरदार गिरावट दर्ज हुई.
बीएसई पर यूनियन बैंक, ओरियंटल बैंक और जेट एयरवेज के शेयर में 7-8 फीसदी टूटे. वहीं एनएसई पर हीरोमोटो कॉर्प और आईटीसी के शेयर 2 फीसदी से अधिक कि गिरावट के साथ बंद हुए. टाटा पावर, सिप्ला और एशियन पेंट के शेयरों में भी 1.5 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज हुई.