बसपा प्रमुख मायावती ने कैबिनेट में मतभेद के चलते एंटी रेप लॉ बिल में विलंब करने के लिए मंगलवार को केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि इस मुद्दे पर केंद्र के इरादे स्पष्ट नहीं हैं.
आज तक के कार्यक्रम हल्ला बोल में आज का मुद्दा है 'एंटी रेप लॉ पर बेवकूफ मत बनाओ'. इस मुद्दे पर भेजें अपनी प्रतिक्रिया. चुनिंदा कमेंट्स को हमारे चैनल पर दिखाया जाएगा. देखें हल्ला बोल शाम 6 बजे सिर्फ आज तक पर.
मायावती ने कहा, ‘अगर यह बिल इस सत्र में पारित नहीं हुआ तो आपको पता है कि अध्यादेश समाप्त हो जाएगा. इससे स्पष्ट होता है कि महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के मामले में केंद्र सरकार के इरादे स्पष्ट नहीं हैं.’
उन्होंने कहा, ‘अगर केंद्र इस मुद्दे को कैबिनेट के आंतरिक मतभेदों के कारण ठंडे बस्ते में डालना चाहता है तो मैं सोचती हूं कि इस देश की महिलाएं उसे कभी माफ नहीं करेंगी.’ मायावती ने दावा किया कि महिलाओं की सुरक्षा से जुडे इस बिल पर गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे और कानून मंत्री अश्वनी कुमार के बीच मतभेदों के कारण विधेयक पर फैसला टाला गया है.
उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरी सूचना है, कानून मंत्री कुछ प्रावधानों को लेकर सहमत नहीं थे इसलिए यह मुद्दा अटक गया.’ यह पूछने पर कि महिलाओं की सुरक्षा से जुडे 40 कानून पहले से ही हैं, तो क्या और कानून बनाने की आवश्यकता है, मायावती ने कहा, ‘मैं मानती हूं चूंकि पूर्व के कानून लागू नहीं किये गये, इसलिए दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बलात्कार की बढती घटनाओं के मद्देनजर संशोधनों की आवश्यकता है. हमें कानून की तत्काल आवश्यकता है.’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में घंटे भर चली केंद्री मंत्रिमंडल की बैठक में आपराधिक कानून (संशोधन) विधेयक को लेकर कोई सहमति नहीं बन सकी और इसे उच्चाधिकार प्राप्त मंत्रीसमूह के विचारार्थ भेज दिया गया.