बीएसपी नेता और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आरोप लगाया है कि अयोध्या में 84 कोस परिक्रमा को लेकर हो रहे बवाल के पीछे बीजेपी और सपा का गठजोड़ है. मायावती ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव के साथ दो घंटे की मीटिंग की और तभी हिंदुओं-मुस्लिमों को वोट के फायदे के लिए बांटने की ये साजिश तैयार की गई.
एक बार फिर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग दोहराते हुए मायावती ने कहा कि राज्य की जनता ने बीजेपी और सपा की साजिश को विफल कर दिया. मायावती ने कहा कि ‘मैं हिन्दू और मुस्लिमों को दोनों पार्टियों की योजना को विफल करने के लिए धन्यवाद करना चाहती हूं.’ उन्होंने आरोप लगाया कि सपा शासनकाल में सांप्रदायिक सदभाव बुरी तरह प्रभावित हुआ है और कई सांप्रदायिक झगडे हुए हैं।
मेरे राज में नहीं आया वीएचपी प्रस्ताव
यह पूछने पर कि क्या विहिप ने ऐसी किसी यात्रा के लिए उनके मुख्यमंत्री रहते 2007 से 2012 के बीच कोई अनुमति मांगी थी, मायावती ने कहा कि उनके कार्यकाल में ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया था. यह सपा और भाजपा द्वारा मिलकर रची गई साजिश है.