2014 के लोकसभा चुनाव और यूपी विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाज बीसएपी प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान दिया. मायावती ने कहा कि मेरे खिलाफ माहौल बनाया गया कि मैंने मुस्लिमों को टिकट ज्यादा दिया और अगर मैं जीतकर आई तो यूपी पाकिस्तान बन जाएगा. मायावती ने लोगों को भरोसा दिलाया कि मैं ध्यान रखूंगी और यूपी को पाकिस्तान नहीं बनने दूंगी. मायावती ने अंबेडकर जयंती के कार्यक्रम में ट्रिपल तलाक को लेकर भी बयान दिया और इस बयान से अटकलें शुरू हो गई कि मुस्लिम समर्थक की छवि से बाहर निकलने की मायावती कोशिश कर रही हैं.
ट्रिपल तलाक पर क्या बोलीं मायावती?
देशभर में चर्चा का विषय बने ट्रिपल तलाक पर मायावती ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड तलाक पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को न्याय नहीं दे पा रहा है इसलिए सुप्रीम कोर्ट जल्द ही इसपर फैसला ले. इससे पहले पिछले साल हाजी अली मामले पर महिलाओं के संघर्ष पर मायावती ने कहा था कि धार्मिक मामलों में अदालतों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
क्या था पिछले साल मायावती ने?
पिछले साल अप्रैल में बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाजी अली दरगाह में महिलाओं को प्रवेश के लिए भूमाता ब्रिगेड की अध्यक्ष तृप्ति देसाई की मुहीम पर बड़ा बयान दिया था और कहा कि हर धर्म के अपने रिवाज होते हैं और उसमे हस्तक्षेप करना सही नहीं है. मायावती ने कहा था कि हाजी अली का मामला धर्म से संबंधित है इसलिए धर्मगुरुओं को ही इसपर फैसला लेना चाहिए. उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि हर धर्म के अपने रिवाज हैं और उसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. यह मामला उस धर्म के धर्मगुरुओं के ऊपर छोड़ देना चाहिए." हालांकि उन्होंने कहा कि महिलाओं को बराबरी तो मिलनी चाहिए लेकिन बराबरी मांगने का तरीका ठीक होना चाहिए.
टिकटों को लेकर क्यों देनी पड़ी सफाई?
मायावती ने यूपी विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने का दावा किया था. हालांकि, बसपा के केवल 19 उम्मीदवार भी जीत पाए. लोकसभा चुनाव में मायावती की पार्टी का खाता तक नहीं खुल पाया था. मायावती के नए बयान से उनकी नई पॉलिसी का संकेत मिलता है.