उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को राज्यपाल बी. एल. जोशी से मुलाकात की और राज्य में कानून-व्यवस्था का राज समाप्त हो जाने का आरोप लगाते हुए उनसे प्रदेश में केंद्र सरकार से राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की सिफारिश करने की मांग की है.
मायावती पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्र के साथ शुक्रवार को राजभवन पहुंची और प्रदेश में कथित तौर पर जर्जर कानून-व्यवस्था का ब्यौरा देते हुए राज्यपाल जोशी को एक ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में राज्य में संवैधानिक संकट पैदा हो जाने का आरोप लगाते हुए उनसे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपनी रिपोर्ट भेजकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की गई है.
राज्यपाल जोशी को सौंपे अपने 3 पन्नों के ज्ञापन में मायावती ने आरोप लगाया है कि समाजवादी पार्टी सरकार के 13 महीने के शासनकाल में अपराध नियंत्रण समाप्त हो गया है, कानून-व्यवस्था चौपट है और राज्य में संवैधानिक संकट की स्थिति पैदा हो गई है.
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के मंत्री और राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त पदों पर धन लेकर नियुक्तियां किए जाने की चर्चाएं समाचार पत्रों में आम हैं, जिससे इन पदों को बेचे जाने की आशंका पैदा हो गई है.
मायावती ने इसी क्रम में कहा, 'हालांकि यह जांच का विषय हो सकता है. राजभवन द्वारा इन परिस्थितियों का संज्ञान लिया जाना जरूरी है.'