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कांग्रेस से गठबंधन के लिए मायावती ने रखी 'सम्मानजनक सीटें' मिलने की शर्त

मायावती ने मंगलवार को दो टूक कहा, 'मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के साथ समझौता तभी संभव है जब बसपा को सम्मानजनक सीटें मिलेंगी, अगर इस समझौते में सम्मानजनक सीटें नहीं मिलती हैं तो भी उनकी पार्टी अकेले लड़ने को पूरी तरह तैयार है.'

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कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में मायावती और सोनिया गांधी
कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में मायावती और सोनिया गांधी

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मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में कांग्रेस के चुनाव लड़ने के कयासों के बीच मायावती ने कहा है कि यह समझौता तभी संभव है, जब उनकी पार्टी को सम्मानजनक सीटें मिलेंगी.

राजनीतिक गलियारों में लंबे समय से कांग्रेस और बसपा के मिलकर चुनाव लड़ने की चर्चाएं हैं. कांग्रेस की तरफ से भी कई नेता सकारात्मक बयान दे चुके हैं. हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ भी ठोस निकलकर सामने नहीं आया है.

इस बीच, मायावती ने मंगलवार को दो टूक कहा, 'मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के साथ समझौता तभी संभव है जब बसपा को सम्मानजनक सीटें मिलेंगी, अगर इस समझौते में सम्मानजनक सीटें नहीं मिलती हैं तो भी उनकी पार्टी अकेले लड़ने को पूरी तरह तैयार है.'

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जारी बयान में मायावती ने कहा कि आए दिन कांग्रेस के नेता सीटों और गठबंधन को लेकर बयान दे रहे हैं जो सरासर गलत है. गठबंधन तभी संभव है जब बसपा को इन राज्यों में सम्मानजनक सीटें मिलेंगी.

गौरतलब है कि राजस्‍थान, मध्‍य प्रदेश और छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस बाबत कांग्रेस समान विचार वाले राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन की कवायद कर रही है. मगर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं. लेकिन कांग्रेस मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को रोकने के लिए बसपा के साथ मैदान में उतरने की बात कहती रही है. ऐसे में मायावती का ताजा बयान खास तौर पर मायने रखता है. 

 

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