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मायावती ने सेकुलर फ्रंट को दिया जोर का झटका, बोलीं- पहले सीट तय करो

देश में बीजेपी के खिलाफ या यूं कहें कि मोदी के खिलाफ एक फ्रंट की चल रही कोशिशों को एक-एक कर पलीता लगना शुरू हो गया है. मायावती ने बुधवार को इस प्लान को जोर का झटका दिया है.

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बीएसपी सुप्रीमो मायावती
बीएसपी सुप्रीमो मायावती

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लालू की बहुचर्चित पटना रैली में बीएसपी ने शिरकत करने से इनकार कर दिया है. ताजा घटनाक्रम में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि सीट तय किए बगैर कोई भी फ्रंट की बात बेमानी है. विपक्ष के लोगों को एकजुट करने और देश में एक सेकुलर मोर्चा बनाने के प्रयास को मायावती ने ऐन मौके पर  झटका दे दिया है. मायावती ने इस पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए गुरुवार को कहा कि पहले सीट का बंटवारा हो फिर किसी सेकुलर मोर्चे की बात हो. इसके साथ ही मायावती ने साफ कह दिया कि बीएसपी 27 अगस्त की लालू की रैली में शामिल नहीं होगी.

देश में बीजेपी के खिलाफ या यूं कहें कि मोदी के खिलाफ एक फ्रंट की चल रही कोशिशों को एक-एक कर पलीता लगना शुरू हो गया है. मायावती ने बुधवार को इस प्लान को जोर का झटका दिया है. लखनऊ में जल्दबाजी में बुलाए गए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने ना सिर्फ सेकुलर फ्रंट बनाने बल्कि लालू की रैली में जाने के लिए भी एक ऐसी शर्त रख दी जिसे मानना फिलहाल किसी दल के बूते के बाहर है. मायावती ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा कि वो या उनकी पार्टी तब तक किसी भी पार्टी का मंच शेयर नहीं करेगी जब तक सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव की सीट का बंटवारा नहीं कर लेतीं.

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मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी देश में तमाम सेकुलर पार्टियों को एकजुट करने की समर्थक है. लेकिन पार्टियों की एकजुटता का इतिहास हमेशा धोखेबाजी का रहा है. इतिहास ये दिखाता है कि एकजुट होने के बाद जब चुनाव का वक्त आता है तो सभी पार्टियां टिकट बंटवारे के वक्त एक-दूसरे की पीठ में छुरा भोंक देती हैं. ऐसे में कोई भी फ्रंट अब तब तक नहीं बन सकता जब तक सीटों के बंटवारे पर सहमति ना बन जाए.

जानिए क्या क्या कहा मायावती ने

हमारी पार्टी सेक्युलर मोर्चे के एकजुटता की समर्थक है. लालू की रैली को लेकर एक चिंता भी है कि भले ही रैली सफल हो लेकिन सीटों के बंटवारे को लेकर अंतिम वक्त में पीठ में छुरा घों‍पने की बात ना हो. बीएसपी ने RJD और सभी पार्टियों को बता दिया है कि बीएसपी कोई मंच तभी शेयर करेगी जब चुनाव में कितनी सीट मिलेगी इसका फैसला हो जाए. कोई भी गठजोड़ सीट बंटवारे पर निर्भर है. पहले सीट बंटवारा हो, फिर सेक्युलर मोर्चे की बात हो. लालू यादव ने अपनी रैली में बीएसपी को भी बुलाया है. बीएसपी को लेकर भ्रांतियां पैदा करने की कोशिश की जा रही है. हम अपनी स्थिति साफ करना चाहते हैं.

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