मायावती ने कहा है कि नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में रटा रटाया भाषण देते हैं और प्रदेश की जिस बदहाली की वह बात करते हैं, उसके लिए बीजेपी भी जिम्मेदार है. शुक्रवार को मायावती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर न सिर्फ मोदी, बल्कि प्रदेश की अखिलेश सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया. मायावती ने कहा कि सपा सरकार मुजफ्फर नगर दंगों में सिर्फ एक ही पक्ष को राहत दे रही है, इससे फिर से दंगे भड़क सकते हैं.
दंगे के आरोपियों को सम्मानित करने से फिर हो सकता है दंगा
मायावती ने कहा,‘बीजेपी ने गुरुवार को नरेंद्र मोदी की आगरा रैली में मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी विधायक संगीत सोम और सुरेश राणा का सम्मान किया.हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.’उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बोलीं कि बीजेपी के इस गलत कदम से प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है और अगर ऐसा होता है तो इसके लिए सपा भी बराबर जिम्मेदार होगी. मायावती ने प्रदेश की सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर दंगों में सिर्फ एक ही पक्ष को राहत देने से यूपी में दोबारा दंगे भड़क सकते हैं. गौरतलब है कि पिछले दिनों कोर्ट ने भी इस मसले पर अखिलेश यादव की सरकार को फटकार लगाई थी.
मायावती ने नरेन्द्र मोदी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो यूपी की अपनी रैलियों में जो विकास न होने का रटा-रटाया बयान देते हैं तो इसके लिए उनकी पार्टी के नेता भी जिम्मेदार हैं क्योंकि प्रदेश और केन्द्र में जब बीजेपी की सरकार थी तब भी प्रदेश का बिल्कुल भी विकास नहीं हुआ था.
सपा-बीजेपी की मिलीभगत से होते हैं दंगे
बसपा दफ्तर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने दंगों के मुद्दे पर फोकस करते हुए कहा कि सपा और बीजेपी मिलीभगत में हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी रैलियों में माहौल खराब कर रही है और सपा भी इसमें बराबर जिम्मेदार है क्योंकि उनकी सरकार रैली की इजाजत दे रही है. सुप्रीम कोर्ट की फटकार का जिक्र करते हुए मायावती बोलीं, ‘मुजफ्फरनगर में शामली में हुये दंगों में वर्तमान सरकार द्धारा अभी हाल में जो 90 करोड़ का पक्षपातपूर्ण नोटिफिकेशन जारी किया है, इसी बात को लेकर माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी रोक लगा दी है और अब इससे भी ऐसा साबित हो जाता है कि ये सरकार जानबूझ किसी न किसी मुद्दे की आड़ में हिंदू मुस्लिम दंगे करवाना चाहती है.’