संसद के दोनों सदनों में हंगामे की बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब देश के अंदर गरीब लोगों को पीड़ा हो रही है, तो प्रधानमंत्री को अच्छा लगता है. वहीं जब बड़े-बड़े पूंजीपति, धन्नासेठ लोग खुश होते है तो पीएम की खुशी कई गुना ज्यादा हो जाती है.
मोदी की नीतियों का परिणाम हादसा
पटना-इंदौर हादसे पर मायावती ने कहा कि इस घटना के रेलमंत्री ने नहीं बल्कि पीएम की पूंजीवादी नीतियां और कार्यशैली जिम्मेदार है. सरकार को बुलेट ट्रेन में अरबों खर्च करने की बजाय मौजूदा रेल पटरियों पर काम करना चाहिए.
रविवार को पीएम मोदी के द्वारा शुरु की प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना पर मायावती बोली कि यह तो पिछली सरकार की योजना की लीपा-पोती कर रहे है, पीएम को घटना स्थल पर जाना चाहिए था लेकिन वह नहीं गए.
ध्यान भटकाने के लिए उठाया नोटबंदी का फैसला
नोटबंदी पर मायावती ने कहा कि बीजेपी ने देश का ध्यान बंटाने के लिए 500-1000 के नोट बंद करने का फैसला लिया है, भ्रष्ट लोग मोदी जी के साथ में बैठे है और तकलीफ हो रही है गरीब लोगों को. 10 महीने की तैयारी पर उन्होंने कहा कि 10 महीने में सरकार ने काले धन को ठिकाने लगाया है इसलिए पीएम मोदी की हिम्मत नहीं हो रही है कि वह संसद में बोल सके.