उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के हेलीकॉप्टर और कार की तलाशी ली गई है. तलाशी चुनाव आयोग के आदेश पर ली गई.
मामला कर्नाटक के गुलबर्ग का है, जहां मायावती शनिवार दोपहर चुनाव प्रचार के लिए दौरे पर गई थीं. कर्नाटक के गुलबर्गा में हेलिकॉप्टर से उतरते ही मायावती के लिए जमीनी हकीकत का अनुभव बेहद कड़वा रहा. उड़नखटोले से उतरते ही कर्नाटक चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उन्हें घेर लिया. पहले मायावती के बैग की तलाशी हुई और फिर उनके हेलिकॉप्टर की. मायावती को ये सबकुछ कैसे बर्दाश्त होता. उन्होंने कह डाला कि दलित की बेटी का हेलिकॉप्टर से आना अच्छा नहीं लगा.
मायावती इस मुद्दे पर भी सियासत करने से नहीं चूकीं. सवाल उछाल दिया कि नियम तो सबके लिए बराबर होते हैं, फिर सोनिया गांधी और सुषमा स्वराज के बैग की तलाशी क्यों नहीं होती.
चुनाव आयोग की दलील है कि उन्हें इस बारे में रिपोर्ट मिली थी कि मायवती के हेलिकॉप्टर में पैसे हैं. चुनाव आयुक्त का कहना है कि नागरिक उड्डयन विभाग से जिन लोगों को छूट मिली है, उन नेताओं की वो तलाशी नहीं ले सकते. चुनाव आयोग की सफाई जो हो, मायावती ने इसे सियासी मुद्दा बना दिया और गुलबर्गा की जनसभा में खूब गरजीं.
बहरहाल, यह मामला धीरे-धीरे और गरमाना तय समझा जा रहा है.
गौरतलब है कि कर्नाटक में 5 मई को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. चुनावी जंग जीतने के लिए बीएसपी भी जोर-आजमाइश कर रही है.