बुधवार को एमसीडी मुख्यालय सिविक सेंटर के मुख्य द्वार पर ताला लगाने की नौबत आ गयी. दरअसल ये सब किया गया एमसीडी कर्मचारियों के प्रदर्शन को देखते हुए.
दरसअल यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एमसीडी एम्प्लाइज संगठन के बैनर तले लगभग 500 निगम कर्मचारी बुधवार को सिविक सेंटर पहुंचे और धरना दिया. इनकी मांग थी कि कर्मचारियों के जो एरियर पेंडिंग हैं उन्हें जल्द से जल्द दिया जाए. इसके साथ ही अस्थाई कर्मचारियों को भी निगम जल्दी परमानेंट जॉब दे.
यूनियन के मुताबिक बीजेपी और आम आदमी पार्टी, दोनों ने चुनाव से पहले इन सभी वादों पर अपनी सहमति दी थी लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद इस पर अब तक कोई ध्यान नहीं दिया गया. यूनियन ने सिविक सेंटर से जंतर मंतर तक पैदल मार्च करना चाहा लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी. इसके बाद आधे रास्ते तक जाने के बाद कर्मचारी वापस सिविक सेंटर के गेट पर आ गए और धरने पर बैठ गए.
धरने को देखते हुए सिविक सेंटर पर भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया था. प्रदर्शन के बीच लगभग आधे घंटे तक सिविक सेंटर का स्टाफ बिल्डिंग में ही कैद रहा. दोपहर को धरना खत्म होने के बाद ही सिविक सेंटर का गेट खोला गया.
यूनियन के मुताबिक निगम अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद ही धरना खत्म करने का ऐलान किया गया है. शुक्रवार को साउथ एमसीडी कमिश्नर तो सोमवार को नार्थ एमसीडी कमिश्नर ने यूनियन के लोगों को मिलने का वक्त दिया है.