#MeToo मूवमेंट ने भारत में जंगल में फैली आग की तरह रफ्तार पकड़ी है. एक अरसे बाद महिलाएं अपनी आपबीती दुनिया के सामने रख रही हैं. कई नेता, अभिनेता, पत्रकार इस मामले में फंसते आ रहे हैं. इस बीच यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष फिरोज खान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
अपने ऊपर लगे आरोपों के बाद फिरोज खान ने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वीकार भी कर लिया है. फिरोज पर यौन शोषण की कोशिश का आरोप लगा था. पार्टी की आंतरिक कमिटी ने इसकी जांच की थी. हालांकि आधिकारिक तौर पर ये नहीं बताया गया है कि क्या इसी आरोप के कारण फिरोज को हटना पड़ा है.
क्या लगाए थे आरोप?
फिरोज खान पर बीते दिनों ही एक ओपन लेटर के जरिए यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे. गुंजा कपूर के द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को खुला पत्र लिखा गया था, जिसमें NSUI प्रेसिडेंट फिरोज खान, सोशल मीडिया टीम के हिस्सा चिराग पटनायक के ऊपर कुछ महिलाओं ने उत्पीड़न के आरोप लगाए थे.
पत्र के अनुसार, चिराग के बारे में महिला ने सोशल मीडिया टीम की हेड दिव्या स्पंदना को भी बताया था. लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी. फिरोज खान पर छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की कार्यकर्ता ने उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. फिरोज खान के खिलाफ ये मामला जून के महीने में सामने आया था, लेकिन उन्होंने लगभग अब 4 महीने बाद अपना पद छोड़ा है.
My letter to @RahulGandhi urging him to take action on NSUI Prez Fairoz Khan and explain the sloppy handling of complain against Chirag Patnaik. @INCIndia your #MeToo pic.twitter.com/xHVFg0qNix
— Gunja Kapoor (@gunjakapoor) October 10, 2018
अकबर का इस्तीफा मांग रही कांग्रेस
बता दें कि मीटू कैंपेन के तहत केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर कई महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. जिसके बाद कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष अकबर का इस्तीफा मांग रहा है.
राहुल ने किया है #MeToo का समर्थन
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी खुल तौर पर #MeToo कैंपेन का समर्थन कर चुके हैं. राहुल ने इसके पक्ष में ट्वीट करते हुए कहा था कि "अब वक्त आ गया है कि सभी लोग महिलाओं के साथ इज्जत और सम्मान के साथ पेश आना सीख लें, मुझे खुशी है कि जो ऐसा नहीं कर रहे हैं उनके लिए दायरा खत्म होता जा रहा है, सच्चाई को जोर से और स्पष्ट शब्दों में कहा जाना चाहिए ताकि बदलाव लाया जा सके."
कौन हैं फिरोज खान?
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के उधमपुर के पोगल परिस्तान के रहने वाले फिरोज खान 2017 में NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे. खान NSUI में राष्ट्रीय सचिव रह चुके हैं. बाद में उन्हें यूपी सहित कई राज्यों का NSUI का प्रभारी महासचिव भी बनाया गया.
कानून और मानवाधिकार की पढ़ाई करने वाले खान ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बतौर RTI एक्टिविस्ट की थी. उन्हें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में NSUI को खड़ा करने का श्रेय दिया जाता है. इससे पहले फिरोज कार्यकारी राष्ट्रीय सचिव के तौर पर काम करते आए हैं.