विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान से सार्थक वार्ता तभी संभव है जब वह आतंकवाद के साये से मुक्त हो. विदेश मंत्री ने प्रवासी भारतीय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत बातचीत के जरिये सद्भावपूर्ण वातावरण बनाने का पक्षधर है लेकिन पाकिस्तान से यह वार्ता तभी सफल हो सकती है जब वह उसके यहां से संचालित आतंकवादी गतिविधियों को रोकने और आतंकवादी ढांचा खत्म करने की प्रतिबद्धता दर्शाये.
उन्होंने कहा कि मुंबई में हुए श्रृंखलाबद्ध हमलों के सिलसिले में भारत ने पाकिस्तान को कुछ सबूत उपलब्ध कराये हैं और पाकिस्तान ने कुछ कदम भी उठाये हैं लेकिन उसकी ओर से घुसपैठ और आतंकवादी घटनाओं में कमी लाने के लिये वह प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है तभी कुछ हो सकता है.
कृष्णा ने प्रधानमंत्री की बात दोहराते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान अपने यहां के आतंकवादी ढांचे को खत्म करने की प्रतिबद्धता जताये तो भारत आधे से अधिक रास्ता तय करने को तैयार है. विदेश मंत्री ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि भारत अन्य देशों में बसे भारतीय मूल के लोगों को काफी महत्व देता है और प्रवासी भारतीय मामलों का मंत्रालय एवं प्रधानमंत्री की वैश्विक सलाहकार परिषद का गठन इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं.