जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने संसद हमले में दोषी ठहराये गये अफजल गुरु की मौत की सजा को लेकर वाद-विवाद पैदा करने के खिलाफ मीडिया को आगाह किया. उमर ने मीडिया से कहा कि कानून को अपना काम करने दीजिए.
गुरु के मौत की सजा पर मीडिया रिपोर्टों के बारे में उमर ने कहा, ‘‘मीडिया को किसी को समय से पूर्व फांसी पर नहीं लटकाना चाहिए और कानून को अपना काम करने दीजिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि गुरु का मामला पूरा होने और अगर राष्ट्रपति के पास दया याचिका दी गई है तो उसे खारिज होने से पहले मीडिया को उसे फांसी पर नहीं लटकाना चाहिए.’’ उन्होंने आश्चर्य जताया कि गुरु के मामले को इतना बढ़ा..चढ़कार पेश क्यों किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर मेरी यादाश्त ठीक है तो फांसी पर लटकाए जाने वालों की सूची में वह 29वें स्थान पर आता है..उसे इतना हाईलाइट क्यों किया जा रहा है.’’ उमर ने कहा कि प्रत्येक अभियुक्त को अपील करने का अधिकार है और उसके मामले को विशेष तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए खासकर मीडिया द्वारा. उन्होंने कहा, ‘‘कानून को अपना काम करने दीजिए.’’