मेरठ के भावनपुर के गांव किनानगर में दस वर्ष की एक लडकी से दुष्कर्म के मामले को दबाने का प्रयास करने के आरोप में दो थाना प्रभारियों समेत चार पुलिसकर्मी निलंबित किये गये हैं.
पुलिस उपमहानिरीक्षक प्रेम प्रकाश ने बताया कि इस मामले में भावनपुर और महिला थाना पुलिस की लापरवाही सामने आई है जिसके बाद थाना भावनपुर प्रभारी रविन्द्रपाल सिंह और महिला थाना प्रभारी आरती सोनी के साथ ही घटनास्थल क्षेत्र के चौकी प्रभारी संजय कुमार और बीट कांस्टेबल अशोक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
इस बीच शनिवार रात को दुष्कर्म के इस मामले में पीड़ित और आरोपी पक्ष के बीच हिंसक संघर्ष हो गया जिसमें एक पक्ष की गई गोलीबारी से दूसरे पक्ष के आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस प्रवक्ता के अनुसार दोनों पक्षों की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ तहरारी दी गई है जिसके आधार पर आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
गत छह दिसम्बर को भावनपुर के गांव किनानगर में एक दस वर्ष की लड़की के साथ कथित दुष्कर्म की घटना हुई थी. पीड़ित पक्ष पुलिस के पास घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा. लेकिन आरोप है कि भावनपुर पुलिस और महिला थाना पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने की बजाय मामले को दबाने की कोशिश की.
पीड़ित पक्ष ने शनिवार को एक पूर्व विधायक के साथ जाकर पुलिस उपमहानिरीक्षक को घटना की जानकारी दी और स्थानीय पुलिस भूमिका की शिकायत की. इसके बाद यह कार्रवाई हुई.