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370 पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती बोलीं- नहीं समझे तो मिट जाओगे हिन्दुस्तान वालो!

महबूबा ने ट्वीट कर कहा कि  BJP अनुच्छेद 370 हटाने की बात कर रही है. अगर ऐसा हुआ तो हम स्वत: ही चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित हो जाएंगे, क्योंकि तब भारतीय संविधान जम्मू-कश्मीर पर लागू ही नहीं होगा. इसके बाद महबूबा ने धमकी भरे अंदाज में लिखा कि ना समझोगे तो मिट जाओगे ऐ हिन्दुस्तान वालो. तुम्हारी दास्तान तक भी ना होगी दास्तानों में.

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जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने फिर देशविरोधी बयान दिया है.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने फिर देशविरोधी बयान दिया है.

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जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर देश विरोधी बयान दिया है. भाजपा के संकल्प पत्र में अनुच्छेद 370 और 35 ए हटाने के जिक्र पर महबूबा मुफ्ती ने देशद्रोही बयान दिया है.

महबूबा ने ट्वीट कर कहा कि  BJP अनुच्छेद 370 हटाने की बात कर रही है. अगर ऐसा हुआ तो हम स्वत: ही चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित हो जाएंगे, क्योंकि तब भारतीय संविधान जम्मू-कश्मीर पर लागू ही नहीं होगा. इसके बाद महबूबा ने धमकी भरे अंदाज में लिखा कि ना समझोगे तो मिट जाओगे ऐ हिन्दुस्तान वालो. तुम्हारी दास्तान तक भी ना होगी दास्तानों में.

महबूबा ने ये ट्वीट दिल्ली हाईकोर्ट में फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को लोकसभा चुनाव लड़ने से बैन करने के लिए डाली गई पीआईएल के संदर्भ में कहा है.

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आज ही जम्मू के आरएसपुरा में एक रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद पर वे जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम हैं. उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि वे भारत में दो पीएम की मांग करने वाली पार्टी को सपोर्ट करती है या नहीं. राजनाथ ने दोहराया कि आज अगर कोई जम्मू-कश्मीर के लिये अलग प्रधानमंत्री की बात करता है तो हमारे पास अनुच्छेद 370 और 35 ए को खत्म करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.  

बीजेपी के संकल्प पत्र में कहा गया है कि पार्टी जनसंघ के समय से ही अनुच्छेद 370 के बारे में अपना दृष्टिकोण दोहराती रही है जो इसे समाप्त करने का रहा है. बीजेपी ने कहा कि हम 35ए को भी खत्म करने के लिये प्रतिबद्ध हैं. हमारा मानना है कि 35ए जम्मू-कश्मीर के गैर स्थायी निवासियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभावपूर्ण है. यह धारा जम्मू-कश्मीर के विकास में भी बाधा है. वहीं कांग्रेस के घोषणापत्र में इस मुद्दे पर यथास्थिति बनाने रखने की बात कही गई है.

अनुच्छेद 370 पर आंच आते देख जम्मू-कश्मीर के दो प्रमुख राजनीतिक दल पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस एक होकर इसका लगातार विरोध कर रहे हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूख अब्दुल्ला भी विरोध दर्ज कराते रहे हैं.

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