शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर शुक्रवार रात दिल्ली के लीला पैलेस में मृत पायी गईं. लेकिन दोनों के बीच रिश्ते पिछले काफी समय से अच्छे नहीं चल रहे थे. इन दोनों के रिश्ते बिगड़ने के पीछे पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार को माना जा रहा है. मेहर ने उनके और शशि थरूर के बीच हुए ईमेल संवाद को इंडिया टुडे ग्रुप को फॉरवर्ड किया है. जिसमें मेहर ने रविवार 28 जुलाई 2013 को सुबह 9:36:15 बजे शशि थरूर को एक ईमेल किया था.
मेहर ने लिखा- ‘आपकी जिंदगी में जो कुछ भी हो रहा है मुझे उसके लिए बहुत अफसोस है. मैं जानती हूं कि आपके लिए यह शादी क्या मायने रखती है. मैं जानती हूं कि आपके लिए आपकी बीवी क्या मायने रखती है. मुझे लगता है कि आपने एक दूसरे थ्रेड में गलती से कुछ लिख दिया था, जिसमें मैंने आपसे मेरे शुक्रवार के आर्टीकल (जिसमें मैंने आपको कोट भी किया है, पढ़ने और लिखने के लिए धन्यवाद) के बारे में कुछ राय देने के लिए कहा था. मैं शर्मिंदा हूं. पिछली रात मैंने इस पर मजाक बनाया था, क्योंकि मैं कुछ भी कहने से घबरा रही थी. हम दो बार मिले हैं. हम अच्छे दोस्त बन गए हैं. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और सच तो ये है कि आपकी दोस्त होना एक सम्मान की बात है. जैसा कि मैंने ट्विटर और मेरे आर्टिकल में कहा, मैं आपकी किताबों और आपके राजनीति विचारों की बहुत बड़ी फैन हूं.’
मेहर आगे लिखती हैं- ‘इसके अलावा अपनी जिंदगी के बारे में आपसे बात करना भी मुझे कई चीजों पर एक नया दृष्टिकोण देता है. आपकी सहज शराफत और नैतिक इरादे ने कई चीजों पर दोबारा सोचने पर मजबूर किया है. मेरी जिंदगी में आने के लिए... थैंक यू शशि. बहुत दूर का दोस्त ही सही. लोगों के लिए कुछ चीजों को पूरी तरह से समझना मुश्किल होता है और जहां तक यह जिंदगी के बारे में है तो जिदंगी हमें सिखाती है कि जिन चीजों को हम नहीं देख पाते उनके प्रति एक तरह का दृष्टिकोण रखें और शक की गुंजाइश भी रहती है.’
वह ईमेल में आगे कहती हैं- ‘कभी-कभी लोगों के बीच कम्यूनिकेशन गैप बहुत बड़ा हो जाता है. और फिर किसी न किसी कारण हर शब्द में शक पैदा होता है, हर सच छिछला हो जाता है और उस पर उंगली उठती है. लेकिन अंत में सच ही जिंदा रहता है. इसलिए आप हमेशा आप बने रहें. आप बहुत अच्छे हैं. इंशाह अल्लाह आप दोनों के बीच सब कुछ ठीक हो जाए.
जहां तक मेरी बात है, मेरी वजह से आपकी अपनी पत्नी के साथ अनबन हो रही है. मैं क्या कहूं. मैं तो बिल्कुल भी सोचना तक नहीं चाहती हूं कि इसका मेरे बहुत छोटे बच्चे पर क्या असर पड़ेगा. इसलिए मुझे लगता है कि मैं अपनी पूरी जिंदगी में बिल्कुल सही थी. एक महिला और पुरुष के बीच की दोस्ती को हमेशा ही गलत निगाह से देखा जाता है. यहां तक कि वो महिला जो आपके जीवन का अहम हिस्सा है आपका प्यार है वो भी परिस्थिति जन्य प्रमाणों के आधार पर आप को शक की निगाह से देखती है.
आप मेरी प्रार्थनाओं में हो, शशि. प्रार्थना करती हूं कि आपको व्यक्तिगत और शादीशुदा जिंदगी में शांति मिले.
मुझे गहराई से खेद है.
एम
मेहर के ईमेल के बाद शशि थरूर ने रविवार 28 जुलाई को ही दोपहर 2:27 बजे अपने ब्लैकबेरी से जवाब लिखा है. उन्होंने ईमेल में लिखा- ‘आपके इस तरह के बहुत ही दयालु और विचारशील शब्दों के लिए धन्यवाद मेहर. मुझे डर है कि लोगों के लिए यह समझना मुश्किल होता है कि ऐसी दोस्ती भी मुमकिन हो सकती है. इंटलेक्चुअल कंपेनियनशिप भी हमें थोडे़ से समय में अच्छा दोस्त बना सकती है. मैं उनसे बहुत प्यार करता हूं और मुझे दुख है कि वो मुझ पर विश्वास नहीं करती.
यहां तक कि सुनंदा ने कहा है कि हमारे बीच अब संबंध नहीं हैं. वो सही हो जाएं और उनका तनाव कम करना फिलहाल मेरी प्राथमिकता है. मुझे उम्मीद है कि अगर कुछ समय के लिए हमारी फोन और ईमेल पर बात न हो पाए तो आप मुझे माफ कर देंगी. मेरे लिए आप हमेशा एक मूल्यवान दोस्त रहेंगी और उम्मीद करता हूं कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब हम तीनों मिलेंगे और हमारे बीच की इस गलतफहमी को पीछे छोड़ देंगे.’
शशि