16वीं लोकसभा में आज नए चुने गए सांसदों ने शपथ ली. प्रोटेम स्पीकर कमलनाथ ने लोकसभा सदस्यों को शपथ दिलवाई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले शपथ ली. उनके बाद बीजेपी नेता लाल कृष्ण आडवाणी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शपथ ली.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, जल संसाधन मंत्री उमा भारती और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने संस्कृत में शपथ ली. आज लोकसभा स्पीकर के लिए नामांकन भी होना है, जिसके लिए सुमित्रा महाजन का नाम तय समझा जा रहा है. सुमित्रा महाजन बीजेपी की वरिष्ठ नेता हैं और 8 बार सांसद रह चुकी हैं.
वरिष्ठ नेताओं के बाद राज्यों के अल्फाबेटिकल ऑर्डर में बाकी सांसदों को शपथ दिलाई गई.
संसद का विशेष सत्र 11 जून तक है. विशेष सत्र के बाकी दिनों का कार्यक्रम इस तरह है:
--6 जून को स्पीकर का चुनाव होगा.
--7 और 8 जून की छुट्टी के बाद 9 जून को राष्ट्रपति का अभिभाषण होना है.
--10 और 11 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होगी और प्रधानमंत्री धन्यवाद ज्ञापन करेंगे.
वैसे संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही बुधवार को नरेंद्र मोदी ने जनता को एक बार फिर भरोसा दिलाया कि वादों की फेहरिस्त वो भूले नहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पता है कि लोगों की उम्मीदें कितनी है, इसलिए एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री संसद परिसर में अपना साफ संदेश दे चुके हैं. नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का एहसास है और जनता से किए गए वादे जरूर पूरे होंगे.
बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली थी. इसके बाद दिवंगत केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी.
दूसरी तरफ लोकसभा में सुषमा स्वराज, उमा भारती और हर्षवर्धन के संस्कृत में शपथ लेते ही ट्विटर पर उनकी तारीफ में हजारों ट्वीट होने लगे. थोड़ी दी देर में संस्कृत ट्विटर पर ट्रेंड करने लगी.
ये रहे है कुछ ट्वीट..
ट्विटर पर संस्कृत को ट्रेंड करते देखना सुखद है. तकनीकी रूप से संस्कृत का शुद्ध उच्चारण संस्क्रुत है. कहने के लिए आप इसे संस्कृत या संस्क्रुत कुछ भी कह सकते हैं. लेकिन ये एक ऐसी भाषा है जिसे सीखना चाहिए.@amisht
अगला इकोनॉमिक सर्वे संस्कृत में होगा. अजीत रानाडे@ajit_ranade
सुषमा स्वराज ने सभी भारतीयों को गर्व से भर दिया है संस्कृत में शपथ लेकर. जिन साथियों ने संस्कृत में शपथ लिया, उन्हें हार्दिक साधुवाद!-@Tarun Vijay
यह एक महत्वपूर्ण समय है. संस्कृत को उसका श्रेय मिलना चाहिए. कंप्यूटर के अविष्कार के बाद अमेरिका ने भी संस्कृत की महत्ता को स्वीकार किया. लेकिन भारतीयों ने उसे नजरअंदाज किया. पाणिनी अब मुस्कुरा रहे होंगे.-@Atul_Speaks
कितने पढ़े लिखे भारतीय संस्कृत जानते हैं? दर्शन सिंह@dsphul
संस्कृत में शपथ लेने के लिए @drharshvardhan को सलाम..@nanditathhakur
लोकसभा में शपथ ग्रहण समारोह हमारी भाषाई पहचान को मजबूती देगा. संस्कृत, हिंदी, पंजाबी...भारत की विविधता के लिए इससे बेहतर क्या होगा.-@capitalcalculus
हमारी महिला नेताओं सुषमा स्वराज और उमा भारती ने संस्कृत में शपथ लिया. लगता है सभी भाषाओं की मां संस्कृत को अच्छे दिन देखने को मिलेंगे.-@Shantan