मानव जीवन के प्रति संवेदनहीनता का यह एक जीता जागता उदाहरण देखने को मिला है. जब दो युवक रेल की पटरी पार कर रही महिला की जान बचाने के बजाए रेलगाड़ी से टक्कर होने की घटना की तस्वीरों को अपने मोबाइल से खींचते रहे.
यह हादसा कल कोट्टायम के मुत्तमबलम इलाके में हुआ. रेलवे अधिकारियों ने बताया कि महिला की पहचान 47 वर्षीय लैला थंकचन के रूप में हुई है. दोपहर को साढ़े तीन बजे के करीब वह रेलवे ट्रैक को पार कर रही थी और उसी समय परशुराम एक्सप्रेस ने उसे टक्कर मार दी.
हादसे के वक्त रेलवे गेट कीपर अपने कक्ष में बैठा था. महिला को बेहोश होकर पटरियों पर गिरा देखकर उसने लाल झंडा लहराया लेकिन ट्रेन महिला को टक्कर मारने के बाद ही रूक पाई क्योंकि वह बहुत तेज गति से जा रही थी.
गेट कीपर ने बताया कि दो युवक उस महिला के पास ही थे और उसकी जान बचाने के बजाय अपने मोबाइल में इस पूरे हादसे को कैद कर रहे थे.
कल एक और हादसे में एक 64 वर्षीय व्यक्ति ने कोझीकोड में अपने एक सुनने में अक्षम पड़ोसी को ट्रेन के नीचे आने से बचाने की कोशिश में अपनी जान दे दी.
मस्जिद से लौटते वक्त अब्दुर्रहमान ने देखा कि 70 वर्षीय उसका पड़ोसी रमन रेलवे ट्रैक पर जा रहा है जिसके पीछे से ट्रेन आ रही थी. वह उसे बचाने के लिए दौड़ा लेकिन उन दोनों की ट्रेन से टक्कर हो गई और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
-इनपुट भाषा