सरकार ने शुक्रवार को बताया कि बकाये का भुगतान नहीं करने और अपर्याप्त सेवाओं के कारण मेट्रो फीडर बस सेवा के एक आपरेटर का ठेका रद्दे कर दिया गया है.
लोकसभा में तूफानी सरोज और पी विश्वनाथ के प्रश्न के लिखित उत्तर में शहरी विकास राज्य मंत्री सौगत राय ने कहा ‘‘ दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने सूचित किया है कि उसके बकायों कर भुगतान नहीं करने और अपर्याप्त सेवाओं के कारण पांच मार्च 2010 को मेट्रो फीडर बस सेवा के एक आपरेटर मैसर्स राजस्थान बांबे ट्रांसपोर्ट प्रा. लिमिटेड के ठेके रद्द कर दिये गए हैं.’’
उन्होंने कहा कि यात्रियों के लिए फीडर बस सेवा फिर से शुरू करने के लिए डीएमआरसी ने 12 अप्रैल 2010 को दो आपरेटर मसैर्स प्रसन्ना बस लिंग प्रा. लिमिटेड और मैसर्स विजय टर्स एंड ट्रवेल को नया ठेका दिया है।
मंत्री ने कहा ‘‘ लगभग सभी मार्गो पर फीडर बस सेवा फिर से शुरू कर दी गई है. डीएमआरसी भी खुद आपरेटर के तौर पर 11 बसें चला रही है. डीएमआरसी की योजना अनुमोदित फीडर मार्गो पर परिचालन के लिए 300 वातानुकूलित बसें खरीदने की है.’’