राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान यात्रियों को किसी तरह की परेशानी से बचाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने एक ‘एक्शन प्लान’ तैयार किया है जिसके तहत स्टेशनों पर औसतन हर ढाई मिनट में एक मेट्रो ट्रेन चलाने की योजना बनायी गयी है.
कल से लागू होने जा रहे ‘एक्शन प्लान’ के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो ने ट्रेन के परिचालन के दौरान किसी तरह की तकनीकी गड़बड़ियों से बचाव के लिए जर्मनी और दक्षिण कोरिया के इंजीनियरों को बुलाया है. यात्रियों और पर्यटकों को किसी तरह की सूचना से वाकिफ कराने के लिए एक ‘इंफॉरमेशन डेस्क’ स्थापित करने का भी फैसला किया गया है.
खेलों की कल होने वाली शुरुआत के साथ ही केंद्रीय सचिवालय-बदरपुर मेट्रो ट्रेन कॉरीडोर के भी रविवार सुबह से शुरू हो जाने की संभावना है. राष्ट्रमंडल खेलों के मुख्य आयोजन स्थल जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम तक संपर्क स्थापित करने वाली इस लाइन पर 2.25 मिनट के अंतराल पर एक ट्रेन आएगी.
दिल्ली की ट्रैफिक पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे खेलों के दौरान मेट्रो ट्रेन का इस्तेमाल करें. खेलों के दौरान रिठाला-रोहिणी लाइन पर तीन मिनट 40 सेकंड, केंद्रीय सचिवालय से गुड़गांव लाइन पर 2.30 मिनट, द्वारका सेक्टर नौ से नोएडा सिटी सेंटर लाइन पर 2.44 मिनट, केंद्रीय सचिवालय से बदरपुर लाइन पर 2.25 मिनट और मुंडका-इंद्रलोक लाइन पर 5.11 मिनट के अंतराल पर ट्रेनों का संचालन किया जाएगा. फिलहाल औसत आवृति 3.5 से चार मिनट के बीच है. खेलों के दौरान दिल्ली मेट्रो कुल 181 ट्रेन चलाएगी जिसमें 133 ब्रॉड गेज जबकि 48 स्टैंडर्ड गेज की होगी. तकनीकी खामियों से निजात पाने के लिए जर्मनी और दक्षिण कोरिया से आए इंजीनियरों को भी तैनात किया जाएगा.
दिल्ली मेट्रो रेल निगम के एक प्रवक्ता ने कहा कि भीड़ को काबू में करने के लिए विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर करीब 250 स्काउट्स और गाइड्स के अलावा 153 बेंगलूर मेट्रो के प्रशिक्षुओं को तैनात किया जाएगा .
प्रवक्ता ने बताया कि ‘मेट्रो सिटीजंस फोरम’ के स्वयंसेवकों से भी कहा गया है कि जब कभी संभव हो वे स्टेशनों पर समय दें और पहले से ज्यादा सतर्क रहें.