रोज वैली चिटफंड घोटाले में पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध में टीएमसी कार्यकर्ता के हिंसक प्रदर्शन पर गृह मंत्रालय ने चिंता जताई है. गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इन हिंसक घटनाओं को लेकर मंत्रालय काफी गंभीर है और उसने राज्य सरकार से वहां के कानून व्यवस्था की जानकारी ली.
सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध में टीएमसी ने राजधानी कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न जगहों पर विरोध रैली निकाली थी. इस दौरान कोलकाता में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की कार पर हमला किया, वहीं केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का कोलकाता स्थित घर भी प्रदर्शनाकारियों के गुस्से का शिकार हुआ. बाबुल सुप्रियो ने घटना पर ट्वीट करते हुए कहा कि टीएमसी गुड़ों ने मेरे अपार्टमेंट के गेट को तोड़ने की कोशिश की. यहां मेरे माता-पिता रहते हैं. नारेबाजी हो रही है. ये शर्म की बात है. इस घटना के लिए उन्होंने पुलिस को भी जिम्मेदार ठहराया.
इस बीच राज्य में बीजेपी के कई दफ्तरों पर भी हमले की भी खबर है. बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पर भी कथित टीएमसी कार्यकर्ताओं ने पथराव किया, जिसमें कई लोगों के घायल होने की भी खबर है. इन हमलों के बाद बीजेपी कार्यालय में सीआरपीएफ को तैनात किया गया है.
टीएमसी केंद्र की मोदी सरकार पर बदले की कार्यवाही के तहत काम करने का आरोप लगा रही है और उसकी यह लड़ाई दिल्ली तक पहुंच गई है. बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध में प्रधानमंत्री निवास के बाहर धरना देने जा रहे टीएमसी सांसदों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया, हालांकि थोड़ी देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया. अब टीएमसी सांसद बुधवार को दिल्ली में प्रदर्शन करेंगे.
बता दें कि रोज वैली घोटाले में गिरफ्तार होने वाले बंदोपाध्याय, सांसद तापस पाल के बाद दूसरे टीएमसी सांसद हैं. सीबीआई तापस पाल और सुदीप बंदोपाध्याय से आमने-सामने पूछताछ कर सकती है. दोनों को रोज वैली के कई जगहों पर भी ले जाने की तैयारी है.