भारतीय वायु सेना का एक मिग 27 लड़ाकू विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी के समीप एक चाय बागान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया लेकिन पायलट सुरक्षित बाहर निकल आया.
2009 में अब तक 9 दुर्घटनाएं हुईं
इस साल जनवरी से भारतीय वायुसेना की यह नवीं विमान दुर्घटना है. वायु सेना के अधिकारियों ने बताया ‘‘विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था. हाशिमारा एयरबेस से उड़ान भरने के बाद यह करीब एक बज कर दस मिनट पर, एयरबेस से लगभग 15 किलोमीटर दूर न्यू जलपाईगुड़ी के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया.’’ उन्होंने बताया कि पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट गौतम विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले ही सुरक्षित बाहर आ गए. अधिकारियों के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए हैं.
इसी वर्ष ही पहली सुखोई विमान दुर्घटना
इस साल दुर्घनाग्रस्त हुआ यह दूसरा रूसी मिग-27 विमान है. इससे पहले जोधपुर में 15 मई को इसी प्रकार के विमान की दुर्घटना हुई थी. तब भी पायलट बच निकला था. भारतीय वायु सेना इस साल विभिन्न विमान दुर्घटनाओं में तीन मिग-21 विमान भी खो चुकी है जिनमें से पहला 27 मई को जोधपुर में, दूसरा असम के छाबुआ में 18 जून को और तीसरा पंजाब के बालिआना में 10 सितम्बर को दुर्धटनाग्रस्त हुआ. इस साल भारतीय वायुसेना का एसयू-30 एमकेआई विमान भी राजस्थान के जैसलमेर में 30 अप्रैल को दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमें एक टेस्ट पायलट की मौत हो गयी थी. दुर्घटनाग्रस्त होने वाला वायु सेना का यह पहला सुखोई विमान था. जनवरी में वायु सेना के सूर्य किरण एयरोबेटिक टीम का किरण एमके दो कर्नाटक के बीदर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसे उड़ा रहे विंग कमाण्डर आर एस धालीवाल की मौत हो गयी थी. इसके बाद नौ जून को असम के जोरहाट में एक ए एन-32 परिवहन विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमें सवार सभी 12 सैन्यकर्मी मारे गये. आंध्र प्रदेश के मेडक में 31 जुलाई को एचपीटी-32 ट्रेनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ जिसमें दो पायलट मारे गये.
वायुसेना के पास विमानों की कमी
भारतीय वायु सेना के लिये लगातार दुर्घटनायें चिंता की बात है. इस समय उसके बेडे में करीब 670 लडाकू विमान हैं जबकि इनकी तादाद करीब 790 होनी चाहिये. 90 के दशक के अंत के बाद से पुराने पड़ चुके कई मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हुए जिससे सन् 2006 में यह तादाद 29 स्क्वाड्रन रह गयी. पिछले तीन साल में नये सुखोई तथा हॉक जेट ट्रेनर के शामिल होने से फिर इसमें इजाफा हुआ है.