जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच गुरुवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया. वहीं, अनंतनाग में 4 आतंकवादी मारे गए हैं. इन मुठभेड़ों में ज्यादातर उच्च शिक्ष्ाित मुस्लिम युवक मारे जा रहे हैं.
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने बारामूला के किरी क्षेत्र में घेराबंदी करके तलाशी अभियान चलाया. तलाशी अभियान उस समय मुठभेड़ में बदल गया जब आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोली चलाना शुरू कर दिया. इस दौरान दो आतंकी मारे गए. वहीं , एक और तलाशी अभियान अनंतनाग जिले के अरवानी कुलगाम में चलाया गया जहां मुठभेड़ में 4 आतंकवादी मारे गए.
एमफिल डिग्री धारक समेत 2 आतंकियों को उतारा था मौत के घाट
जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के नौगाम इलाके में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक एमफिल डिग्री धारक समेत हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादी मारे गए थे. दोनों आतंकवादियों की पहचान अहमद सोफी (33) और आसिफ अहमद के रूप में हुई है.
बुरहान वानी के मारे जाने के अगले दिन सोफी, हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ा
जुलाई 2016 में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के अगले दिन सोफी, हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ा था. उसने भोपाल के बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय से एमएससी और राजस्थान के एक विश्वविद्यालय से एमफिल किया था. आतंकवाद से जुड़कर सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा जाने वाला वह इस साल तीसरा उच्च शिक्षा प्राप्त व्यक्ति है. उसके पास बीएड की डिग्री थी और नेट और जेआरएफ एग्जाम भी क्वालीफाई किया था.आतंकी बनने के दो दिन बाद ही शोपियां जिले में मुठभेड़ में मारा गया था एक आतंकी
इसी महीने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का शोध छात्र मन्नान बशीर, उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. उससे पहले कश्मीरी विश्वविद्यालय का सहायक प्रोफेसर रफी भट मई 2018 में आतंकी बनने के दो दिन बाद ही शोपियां जिले में मुठभेड़ में मारा गया था.