सीमा पर तैनात अर्द्धसैनिक बल के जवानों को एक जानलेवा बीमारी घेर रही है. सीमा पर तैनात जवान तेजी से एड्स की गिरफ्त में आ रहे हैं और सबसे बुरी हालत है बीएसएफ की.
अफसरों के बीच मची खलबली
बीएसएफ की हर यूनिट में दो-तीन जवान एड्स के शिकार हो चुके हैं. इससे अफसरों में खलबली मची है. अब वो तमाम उपाय किए जा रहे हैं जो जवानों को खतरनाक वायरस से बचा सकें. जवानों को जागरूक करने के अलावा अब उन्हें वो छूट दी गई है, जिसे कभी सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक माना जाता था, जवानों को बॉर्डर पर तैनाती के दौरान आसपास के गांवों में अपने परिवार साथ रखने की इजाजत दे दी गई है.
अब तक 299 मामले
जवानों में एड्स के 299 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से कई गंभीर मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली भी लाया गया है लेकिन अगर वक्त रहते जवानों में फैल रहे एड्स से नहीं निपटा गया तो दुश्मनों से लड़ने वाले सैनिक खुद कमजोर पड़ जाएंगे.