भगवान से हो रहा है छल. उनके खज़ाने से हो रहा है खिलवाड़. ये ख़बर है करोड़ों की आस्था के प्रतीक तिरुपति बालाजी से जुड़ी हुई. खुलासा हुआ है कि भगवान बालाजी के खज़ाने में हो रही है हेराफेरी.
भगवान तिरुपति बालाजी, देश के सबसे अमीर देवता. दुनिया भर में करोड़ों लोगों की आस्था के प्रतीक. पर इस मशहूर देवता के मंदिर में चल रहा है कपट का गोरखधंधा. तफ़्तीश से सामने आया है ये गोरखधंधा. भगवान तिरुपति बालाजी से हो रहा है छल. बालाजी के खज़ाने के 50 हज़ार करोड़ के गहनों में हो रही है हेराफेरी.
भगवान के खज़ाने में हो रहे इस घोटाले का खुलासा हुआ तिरुपति देवस्थानम की अंदरूनी रिपोर्ट से. रिपोर्ट के मुताबिक बालाजी के खज़ाने के असली ज़ेवर निकालकर उनकी जगह नकली गहने रखे जा रहे हैं.
तिरुपति बालाजी के खज़ाने के ज़्यादातर गहने सोलहवीं सदी के महाराजा विजयनगरम, कृष्ण देवराय ने दान किए थे. पर रिपोर्ट से पता चला है कि उस एंटीक जूलरी की जगह, साधारण किस्म के गहने रखे हुए हैं.
खज़ाने के आंकड़े पर नज़र डालें तो सिर्फ़ साल 2005-2006 में क़रीब 24 हज़ार के गहने बालाजी के खज़ाने से लापता हो गए. इसके बाद से हर साल ऐसे ही भगवान के ज़ेवरों को चपत लगाई जाती रही.
अंदरूनी रिपोर्ट में भगवान के खज़ाने में सेंध का खुलासा होने के बावजूद इसकी रोकथाम के कोई क़दम नहीं उठाए गए. उल्टे पिछले दस साल में उस मीरासीदार सिस्टम को ख़त्म कर दिया गया, जिसमें हर साल खज़ाने का ज़िम्मेदार अफसर बदल दिया जाता था. अब बालाजी के ज़ेवर, देवस्थानम के पी शेषाद्रि नाम के अफसर के ज़िम्मे रहते हैं. जिनका हर साल इन्स्पेक्शन होता है. भगवान के गहनों में ये सेंध, न सिर्फ़ बेशक़ीमती खज़ाने में लूट है बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था से खिलवाड़ भी है.