प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए-टू सरकार में सुषमा स्वराज की जगह विदेश मंत्रालय की बागडोर संभाल रहे एस जयंशकर ने मंगलवार को गुजरात से राज्यसभा के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अमेरिका के साथ संबंधों पर बेबाकी से अपनी बात रखी, वहीं पड़ोसी पाकिस्तान से जुड़े सवाल पर हाथ जोड़ लिए. जयशंकर ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.
अमेरिकी विदेश मंत्री की भारत यात्रा को लेकर उत्साहित जयशंकर ने कहा कि वार्ता को लेकर हम सकारात्मक हैं. इस महत्वपूर्ण मीटिंग में व्यापार के मुद्दों पर बात जरूर होगी. उन्होंने कहा कि वार्ता के लिए दोनों देशों के पास अपने-अपने मुद्दे होंगे.
मोदी सरकार में बेहतर हुए हैं चीन से संबंध
जयशंकर ने महत्वपूर्ण पड़ोसी चीन के साथ संबंधों पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों के रिश्ते पहले से बेहतर हुए हैं. दोनों देशों के संबंधों में बदलाव के साथ मुद्दों में भी बदलाव हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति से मिले थे, मुलाकात सकारात्मक रही थी. जयशंकर ने चीनी राष्ट्रपति के भी इस वर्ष के अंत तक भारत दौरे पर आने की उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्वयं भी चीन जाएंगे, हालांकि इसके लिए अभी तिथियों का निर्धारण नहीं किया गया है.
एंटीगुआ सरकार द्वारा पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी की नागरिकता रद्द किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इनकार करते हुए जयशंकर ने कहा कि मुझे अभी ही यह जानकारी मिली है.
विदेश मंत्री ने बांधे गुजरात की तारीफों के पुल
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद जमकर गुजरात की तारीफों के पुल बांधे. उन्होंने भाजपा का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि गुजरात राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सरदार पटेल की धरती है. देश के वर्तमान प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी इसी राज्य से आते हैं.
जयशंकर ने गुजरात को भारत का ग्लोबल राज्य बताते हुए कहा कि यहां से प्रत्येक विदेश सचिव का नाता जुड़ा रहता है, मेरा भी रहा. उन्होंने गुजरात को प्रगतिशील राज्य बताते हुए राज्यसभा में इसके प्रतिनिधित्व को अपना सौभाग्य कहा. जयशंकर ने कहा कि अपने स्तर से जितना बन सकेगा, गुजरात की उन्नति के लिए कार्य करूंगा.
इससे पूर्व विदेश मंत्री एस जयशंकर और जेएम ठाकोर ने सीएम हाउस पहुंचकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से मुलाकात की. मुलाकात के बाद गुजरात विधानसभा पहुंचकर बीजेपी उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए अपना नामांकन दाखिल किया.