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राज्यसभा में गृह मंत्रालय ने बताया- बॉर्डर पर 182 ड्रोन उड़ने की घटनाएं दर्ज

कुछ महीने पहले पंजाब पुलिस ने तरनतारन के छबाल इलाके में एक चावल गोदाम से आधा जला हुआ ड्रोन बरामद किया था. दस किलो वजन उठाने में सक्षम जीपीएस युक्त चाइनीज ड्रोन ने हथियार, गोला-बारूद और नकली करेंसी उतारने के लिए पाकिस्तान से आठ बार उड़ान भरी थी.

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ड्रोन की फाइल फोटो (ANI)
ड्रोन की फाइल फोटो (ANI)

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  • पंजाब के तरनतारन में ड्रोन मिलने के बाद NIA सक्रिय
  • जांच के बाद कुछ आतंकी गिरफ्तारी, पूछताछ जारी

गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में लिखित जवाब में उत्तर देते हुए कहा कि ड्रोन के खतरे से निपटने के लिए गृह मंत्रालय ने एसओपी के पालन के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखा है. राज्यसभा में यह भी जानकारी देते हुए गृह मंत्रालय ने कहा कि भारतीय वायु सेना हवाई क्षेत्र नियंत्रण के लिए एक महत्वपूर्ण एजेंसी है. यह ड्रोन के खतरे से निपटने और एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी के संबंध में सभी सुरक्षा एजेंसियों और सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों की पुलिस को लगातार प्रशिक्षण भी प्रदान करती है. गृह मंत्रालय के मुताबिक अब तक बॉर्डर पर 182 ड्रोन उड़ने की घटनाएं दर्ज की गई हैं.

पुलिस के लिए एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी

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गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में यह भी जानकारी दी कि राज्यों के पुलिस अधिकारियों को ड्रोन के खतरे से निपटने और एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी की उपलब्धता को लेकर जानकारी दी गई है. सभी सुरक्षा एजेंसियों को अपनी जरूरत के अनुसार एंट्री ड्रोन उपकरण खरीदने की आवश्यकता होती है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सीमाओं पर ड्रोन उड़ने की 182 घटनाएं देखी गई हैं.

एनआईए ने की कार्रवाई

आपको बता दें, एनआईए की एक सीक्रेट टीम 18 नवंबर को पंजाब के तरनतारन गई थी. 'आजतक' ने उसकी जानकारी भी दी थी. वहां एनआईए ने इस पूरे मामले से जुड़े तमाम पहलुओं की छानबीन की. छानबीन करने के बाद यह टीम राज्य सरकार के उन कई अधिकारियों से भी मुलाकात की जिनके पास इस पूरे मामले की शुरुआती जानकारी मौजूद थी. एनआईए इस पूरे मामले में पाकिस्तान के उन तमाम एंगल देखना चाहती है कि पाकिस्तान कैसे भारत में हथियारों की सप्लाई ड्रोन के जरिए कर रहा है.

ड्रोन से हथियार बरामद

कुछ महीने पहले पंजाब पुलिस ने तरनतारन के छबाल इलाके में एक चावल गोदाम से आधा जला हुआ ड्रोन बरामद किया था. दस किलो वजन उठाने में सक्षम जीपीएस युक्त चाइनीज ड्रोन ने हथियार, गोला-बारूद और नकली करेंसी उतारने के लिए पाकिस्तान से आठ बार उड़ान भरी थी. पाकिस्तान से आया ये ड्रोन एक बार में 10 किलो तक वजन उठा सकता है.

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इसके जरिये पांच एके-47 राइफल, 16 मैगजीन और 472 राउंड गोला बारूद, चार चीनी निर्मित .30 बोर पिस्तौल, आठ मैगजीन और 72 राउंड गोला बारूद के साथ, नौ हैंड ग्रेनेड, उनके सहायक उपकरण के साथ पांच सैटेलाइट फोन, दो मोबाइल फोन, दो वायरलेस सेट और 10 लाख रुपये की नकली करेंसी पंजाब पुलिस की स्पेशल यूनिट ने जब्त किया था.

हालांकि इसकी जांच पंजाब पुलिस ने की है पर माना जा रहा है कि इन हथियारों का इस्तेमाल पंजाब और जम्मू-कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए किया जाना था. अब एनआईए इस पूरे मामले की जांच करने में जुटी है और ये पता लगाने की कोशिश में है कि इन हथियारों का इस्तेमाल क्या पाकिस्तान की एजेंसियां करने वाली थीं.

ड्रोन मामले में आतंकी गिरफ्तार

यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क से जुड़ा होने के कारण आतंकियों से पूछताछ की सभी बातें गोपनीय रखी जा रही हैं. सूत्रों के मुताबिक एनआईए की टीम लगातार तरनतारन के अलग अलग स्थानों पर छापेमारी कर चुकी है लेकिन आधिकारिक रूप से कोई एनआईए टीम के सर्च अभियान की पुष्टि नहीं कर रहा है.

जानकारी के मुताबिक तरनतारन के मामले में अब तक छह आतंकवादियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पंजाब की स्टेट ऑपरेशन सेल ने जर्मनी में बैठे हुए गुरमीत सिंह उर्फ बग्गा उर्फ डॉक्टर के भाई को भी गिरफ्तार कर लिया है. उसकी गिरफ्तारी जालंधर से हुई है. गिरफ्तार आतंकियों ने पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया कि कश्मीर में हथियार नहीं पहुंचाए जाने की एवज में आतंकियों को दिल्ली या पंजाब में बड़े हमले का आदेश दिया गया था.

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एनआईए अब इस पूरे मामले में गिरफ्तार आतंकवादियों से भी पूछताछ करेगी. साथ ही इस पूरे मामले की पड़ताल भी करेगी कि पाकिस्तान में बैठे आतंक के आका क्या हथियार भेजने के लिए विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकवादियों का इस्तेमाल कर रहे हैं?

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