अहमदाबाद और मुंबई के बीच देश की पहली बुलेट ट्रेन चलाने के लिए बनाई गई कंपनी नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन (एनएचएसआरसी) में अफसरों की नियुक्ति का काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने एनएचएसआरसी मैनेजिंग डायरेक्टर और तीन फुलटाइम डायरेक्टरों को नियुक्त करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं. इन पदों के लिए बोर्ड ने आवेदन मांगे हैं और इसकी अंतिम तारीख 31 अक्तूबर निर्धारित की गई है.
इस साल के अंत तक ये अफसर कंपनी का कामकाज पूरी तरह से संभाल लेंगे. गौरतलब है कि रेलवे ने अगले साल से मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का काम शुरू करने का टारगेट रखा है. रेलवे के आला अफसरों का कहना है कि देश में पहली बुलेट ट्रेन चलाने के इरादे से जनवरी में रेलवे ने नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन (एनएचएसआरसी) नाम से कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराया था. अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन के लिए बनी इस कंपनी में 50 फीसदी शेयरहोल्डिंग रेलवे के जरिए केंद्र सरकार की है, जबकि 25 फीसदी गुजरात सरकार की और 25 फीसदी महाराष्ट्र सरकार की शेयरहोल्डिंग है.
एनएचएसआरसी में एमडी और फुल टाइम डायरेक्टरों के लिए रुपरेखा तैयार कर ली गई है और अब इनकी नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. एमडी और फुल टाइम डायरेक्टरों की नियुक्ति होने के बाद अगले साल की शुरूआत तक गुजरात और महाराष्ट्र सरकार के प्रतिनिधियों को भी डायरेक्टर के रूप में इस कंपनी में शामिल किया जाएगा. मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन का रूट गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरता है और इसके लिए जमीन मुहैया कराने का काम इन दोनों राज्यों के जिम्मे है. इस रूट के लिए रेलवे स्टेशन तय हो चुके हैं और फंडिंग की हामी जापान ने पहले ही भर दी है. भारत में बुलेट ट्रेन का यह पहला प्रोजेक्ट है इसलिए सरकार चाहती है कि यह प्रोजेक्ट भी कामयाबी के साथ और तय वक्त में पूरा हो, ताकि भविष्य में और रूटों पर भी बुलेट ट्रेन का नेटवर्क तैयार करने में कोई दिक्कत न आए.