इतिहास और भूगोल के सहारे एक दूसरे के सियासी ज्ञान का इम्तिहान ले रहे पीएम मनमोहन सिंह और बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी के बीच की जुबानी जंग में एक और सिपाही कूद पड़ा है. यूपीए सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रहमान खान ने मोदी के ताजा सेकुलरिज्म पर सवाल उठाते हुए आज तक से खास बातचीत में कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री भाषण में कितनी भी मुसलमान हितैषी बातें कर लें, मगर अदालतों में मुसलमानों की भलाई की स्कीम का विरोध करते हैं.
खान के मुताबिक उनका विभाग मैट्रिक लेवल पर माइनॉरिटी कम्युनिटी के लिए स्कॉलरशिप की स्कीम चला रहा है और इसके लिए राज्य सरकार को कई बार लिखा गया. मगर बकौल खान, नरेंद्र मोदी अपनी रियासत में गरीब मुसलमान बच्चों के वजीफे की स्कीम का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने हाई कोर्ट में इसका विरोध किया और अब सुप्रीम कोर्ट में गए हैं.मंत्री के मुताबिक गुजरात सरकार का कहना है कि मुसलमान बच्चों को स्कॉलरशिप देने के लिए उसके पास पैसा नहीं है. ऐसे में वह किस मुंह से अल्पसंख्यक कल्याण की बात करते हैं.
इतिहास भूगोल वाले मसले पर खान बोले कि मोदी साहब लगातार नीचे गिरते जा रहे हैं. उनको खुद भूगोल और इतिहास का पता नहीं है. उनका डॉक्टर मनमोहन सिंह को ये कहना कि वे इतिहास नहीं जानते, ये बड़ी अफसोसनाक बात है. आजकल मोदी साहब प्रचार के शोर में सब सच समझते हैं. मगर सच तो ये है कि उन्हें कुछ नहीं पता.