scorecardresearch
 

बेनामी संपत्ति मामलाः लालू की बेटी और दामाद को IT विभाग का समन, CA हो चुका है गिरफ्तार

लालू यादव की बेटी और राजद सांसद मीसा भारती को आयकर विभाग ने समन किया है. मीसा और उनके पति को जून के पहले हफ्ते में आयकर विभाग के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है.

Advertisement
X
मीसा भारती
मीसा भारती

Advertisement

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार पर बेनामी संपत्ति और काले धन को सफदे करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है. इस सिलसिले में लालू यादव की बेटी और राजद सांसद मीसा भारती को आयकर विभाग ने समन किया है. मीसा और उनके पति शैलेश कुमार को जून के पहले हफ्ते में आयकर विभाग के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है.

इससे पहले 23 मई को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में मीसा भारती के अकाउंटेंट राजेश अग्रवाल को तीन दिन के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कस्टडी में भेजा था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के एक चार्टेड अकाउंटेंट (सीए) राजेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. राजेश अग्रवाल पर लालू यादव की बेटी मीसा यादव को धन मुहैया कराने और उनके काले धन को सफेद करवाने का आरोप है.

Advertisement

राजेश पर आरोप है कि उन्होंने मीसा यादव की कंपनी मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स को फर्जी कंपनियों के जरिए एंट्री दिलाई थी. ईडी की टीम राजेश अग्रवाल को रिमांड पर लेकर पूछताछ करना चाहती है. बताते चलें कि नोटबंदी के दौरान करीब आठ हजार करोड़ के ब्लैक मनी घोटाले के मामले में सीए राजेश अग्रवाल की गिरफ्तारी हुई. आरोपों के मुताबिक, राजेश ने कई बड़े लोगों से कमीशन लेकर शेल कंपनियों के जरिए उन्हें एंट्री दिलाई थी.

राजेश पर जगत प्रोजेक्ट्स नामक कंपनी को भी 62 करोड़ से ज्यादा की एंट्री दिलाने का आरोप है. गौरतलब है इससे पहले ईडी ने दिल्ली के बड़े कारोबारी एस.के. जैन और वी.के. जैन को इसी मामले मे गिरफ्तार किया था. राजेश की गिरफ्तारी को भी उसी से जोड़कर देखा जा रहा है. फिलहाल ईडी शेल कंपनियों के जरिए निवेश करने वालों पर कड़ी नजर बनाए हुए है.

बीजेपी नेता सुशील मोदी ने आरोप लगाया था कि मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार ने दिल्ली में संदिग्‍ध तरीके से महज 1.40 करोड़ रुपये में सौ करोड़ कीमत वाली की संपत्ति खरीदी. सुशील मोदी कहा था, भारती और कुमार ने 25 अक्टूबर, 2008 में अपनी कंपनी मिशेल पैकर्ज़ एंड प्रिंटर (PLT Ltd.) के 10 रुपये मूल्य वाले शेयर शालिनी होल्डिंग लिमिटेड, ऐड-फ़िन कैपिटल सर्विस, मणि माला दिल्ली प्रॉपर्टीज़ प्राइवेट लिमिटेड और डायमंड विनिमय प्राइवेट लिमिटेड को 90 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर बेचे थे. फिर इन चारों कंपनियों ने अगले साल 25 सितंबर को ये सारे शेयर भारती और कुमार की कंपनी को वापस बेच दिया और 90 रुपये की कीमत पर खरीदे गए इन शेयरों के लिए बस एक और दो रुपये ही लिए.

Advertisement

बीजेपी नेता का आरोप था कि इन शेयर की अवैध खरीद-बिक्री में जो प्रॉफ़िट हुआ, उससे उन लोगों ने 26, पालम फार्म, बिजवासन में 1.40 करोड़ रुपये में एक बंगला खरीदा और इसके लिए कंपनी के शेयर बेचने से प्रोफिट को सोर्स ऑफ इनकम बताया गया.

Advertisement
Advertisement