अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के लापता पीएचडी स्टूडेंट मन्नान बशीर वानी पर यूनिवर्सिटी ने आंतरिक जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है. आपको बता दें की एएमयू का पीएचडी स्टूडेंट लापता हो गया था. इसके बाद उसकी एक फोटो सामने आई, जिसमें वो हाथ में बंदूक लिए खड़ा था. ऐसा दावा किया गया कि वो हिज्बुल मुजाहिद्दीन का आतंकी बन गया है. उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी.
वानी का एकेडमिक रिकॉर्ड अच्छा बताया गया
यूनिवर्सिटी ने इस मामले पर आंतरिक जांच के आदेश दिए और जांच की जिम्मेदारी दो प्रोफेसरों को दी गई थी. तकरीबन 109 पन्ने की रिपोर्ट में वानी के व्यवहार को सही बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक उसका एकेडमिक रिकॉर्ड और व्यवहार अच्छा था. पिछले 5 साल से वो हॉस्टल में रह रहा था. हॉस्टल में रहने वालों से भी बात की गई, वहां भी रिपोर्ट ठीक निकली.
रिपोर्ट में संदेह की बात से इनकार
जांच में शामिल दो प्रोफेसरों ने वानी के दोस्तों, कॉलेज स्टाफ, टीचर समेत तमाम लोगों से बात करके ये रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट के मुताबिक जांच में कोई ऐसी चीज नहीं पाई गई, जिससे किसी तरह का संदेह हो. कुछ महीने पहले भोपाल में हुए इंटरनेशनल सेमिनार में उसे प्रजेंटेशन में अवार्ड भी मिला था.
यूपी एटीएस को भी सौंपी जाएगी रिपोर्ट
हालांकि वानी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी ने उसे कॉलेज से एक्सपेल कर दिया था क्योंकि यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि वो नेशनल सिक्योरिटी के मामले में जीरो टॉलरेंस रखते हैं. लिहाजा जांच पूरी होने तक प्रशासन का यही फैसला है. सूत्रों के मुताबिक ये जांच रिपोर्ट यूपी एटीएस को भी दी जाएगी.